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सूरजपुर: मोबाइल को लेकर बच्चों में बढ़ रही रुचि, शारीरिक और मानसिक बीमारियों का बढ़ा खतरा

सूरजपुर में कोरोना काल में बच्चे मोबाइल की तरफ आकर्षित होने लगे हैं. ऑनलाइन पढ़ाई का भी जरिया मोबाइल बन गया है. ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि मोबाइल फोन के ज्यादा उपयोग से बच्चों में कई बीमारियों का खतरा बना रहता है.

Children using mobiles are prone to many diseases
बच्चों की मोबाइल में बढ़ रही रूचि
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Published : Oct 19, 2020, 2:44 PM IST

Updated : Oct 20, 2020, 7:15 AM IST

सूरजपुर: कोरोना काल में लोगों को घरों में रहने को मजबूर होना पड़ा है, तो वहीं इन दिनों मोबाइल की उपयोगिता भी बढ़ गई है. ऐसे में बच्चों की शिक्षा व्यवस्था इंटरनेट पर निर्भर हो गई है. एक ओर इसके फायदे हैं तो दूसरी तरफ नुकसान भी कम नहीं हैं. बच्चे घर पर कैद हो गए हैं. स्कूल बंद होने की वजह से ज्यादातर समय टीवी और मोबाइल के साथ बिता रहे हैं. दिनभर मोबाइल के उपयोग से बच्चे इसके आदी बनते जा रहे हैं. उनमें शारीरिक और मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है.

मोबाइल को लेकर बच्चों में बढ़ रही रूचि

पढ़ें-बालोद: डौंडी के रजोलीडीह पहुंचा हाथियों का झुंड, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

मोबाइल आज सभी के लिए जीवन का एक हिस्सा बना हुआ है. हर पैरेंट्स को यही चिंता रहती है कि बच्चों के लिए मोबाइल पर इतना समय बिताना सही होगा या नहीं. बच्चों में मोबाइल गेम का दुष्प्रभाव सामने आ रहा है. कई बच्चे आत्महत्या जैसे कदम भी ऑनलाइन गेम की वजह से उठा चुके हैं. ऐसे में जहां एक ओर शिक्षा का विकल्प मोबाइल बना हुआ है, तो वहीं परिजन भी इसके दुष्प्रभाव को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं.

Children using mobiles are prone to many diseases
मोबाइल से खेलती बच्ची

सजग रहने की जरूरत

मोबाइल के दुष्परिणामों को लेकर कई समाजसेवी संस्थाओं के साथ प्रशासन भी जागरूकता अभियान चला रहा है. चिकित्सकों की मानें तो मोबाइल के ज्यादा उपयोग से डिप्रेशन और कई परेशानियों का खतरा बना रहता है. ऐसे में बच्चों में मोबाइल को लेकर बढ़ती रुचि और ऑनलाइन गेम कई बार उन्हें अपराध जैसे कदम उठाने को मजबूर करते हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी परिजनों से सजग रहने की अपील की है.

सूरजपुर: कोरोना काल में लोगों को घरों में रहने को मजबूर होना पड़ा है, तो वहीं इन दिनों मोबाइल की उपयोगिता भी बढ़ गई है. ऐसे में बच्चों की शिक्षा व्यवस्था इंटरनेट पर निर्भर हो गई है. एक ओर इसके फायदे हैं तो दूसरी तरफ नुकसान भी कम नहीं हैं. बच्चे घर पर कैद हो गए हैं. स्कूल बंद होने की वजह से ज्यादातर समय टीवी और मोबाइल के साथ बिता रहे हैं. दिनभर मोबाइल के उपयोग से बच्चे इसके आदी बनते जा रहे हैं. उनमें शारीरिक और मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है.

मोबाइल को लेकर बच्चों में बढ़ रही रूचि

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मोबाइल आज सभी के लिए जीवन का एक हिस्सा बना हुआ है. हर पैरेंट्स को यही चिंता रहती है कि बच्चों के लिए मोबाइल पर इतना समय बिताना सही होगा या नहीं. बच्चों में मोबाइल गेम का दुष्प्रभाव सामने आ रहा है. कई बच्चे आत्महत्या जैसे कदम भी ऑनलाइन गेम की वजह से उठा चुके हैं. ऐसे में जहां एक ओर शिक्षा का विकल्प मोबाइल बना हुआ है, तो वहीं परिजन भी इसके दुष्प्रभाव को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं.

Children using mobiles are prone to many diseases
मोबाइल से खेलती बच्ची

सजग रहने की जरूरत

मोबाइल के दुष्परिणामों को लेकर कई समाजसेवी संस्थाओं के साथ प्रशासन भी जागरूकता अभियान चला रहा है. चिकित्सकों की मानें तो मोबाइल के ज्यादा उपयोग से डिप्रेशन और कई परेशानियों का खतरा बना रहता है. ऐसे में बच्चों में मोबाइल को लेकर बढ़ती रुचि और ऑनलाइन गेम कई बार उन्हें अपराध जैसे कदम उठाने को मजबूर करते हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी परिजनों से सजग रहने की अपील की है.

Last Updated : Oct 20, 2020, 7:15 AM IST
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