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सूरजपुर : बैंक में लाखों का फर्जीवाड़ा करने वाला मैनेजर गिरफ्तार

सेंट्रल बैंक में लोन के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस केस में आरोपी बैंक प्रबंधक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

आरोपी मैनेजर गिरफ्तार
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Published : Nov 3, 2019, 9:47 PM IST

Updated : Nov 3, 2019, 11:09 PM IST

सूरजपुर : रामानुजनगर के सेंट्रल बैंक में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. जहां मुद्रा लोन के नाम पर लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है. इस मामले में आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया गया था, वही मामले का दूसरे आरोपी बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपी मैनेजर गिरफ्तार

19 अक्टूबर को रामानुजनगर थाने में राधेश्याम सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें 5 लाख का मुद्रा लोन स्वीकृत होने के बाद भी सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक ने लोन की रकम अली अहमद, करन सिंह, अकबर, धन सिंह और मनोज पात्रे के खाते में ट्रांसफर कर दी थी. इस बीच बैंक प्रबंधक प्रार्थी को घुमाता रहा. वहीं एक अन्य मामले में डॉक्टर दिनेश विश्वकर्मा के 20 लाख रुपए के होम लोन की रकम राजेश शंकर दास और मिथलेश कुशवाहा के खाते में जमा कर दी गई. जिसमें से डॉक्टर विश्वकर्मा को सिर्फ 5 लाख रुपए लोन की राशि दे दी गई थी.

पढ़ें:जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया की प्रथम पुण्यतिथि, लोगों के दिलों में बसे हैं उनके लिखे गीत

इस मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस आरोपी बैंक के लिपिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, वही इस मामले में अब बैंक प्रबंधक सहित दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

सूरजपुर : रामानुजनगर के सेंट्रल बैंक में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. जहां मुद्रा लोन के नाम पर लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है. इस मामले में आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया गया था, वही मामले का दूसरे आरोपी बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपी मैनेजर गिरफ्तार

19 अक्टूबर को रामानुजनगर थाने में राधेश्याम सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें 5 लाख का मुद्रा लोन स्वीकृत होने के बाद भी सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक ने लोन की रकम अली अहमद, करन सिंह, अकबर, धन सिंह और मनोज पात्रे के खाते में ट्रांसफर कर दी थी. इस बीच बैंक प्रबंधक प्रार्थी को घुमाता रहा. वहीं एक अन्य मामले में डॉक्टर दिनेश विश्वकर्मा के 20 लाख रुपए के होम लोन की रकम राजेश शंकर दास और मिथलेश कुशवाहा के खाते में जमा कर दी गई. जिसमें से डॉक्टर विश्वकर्मा को सिर्फ 5 लाख रुपए लोन की राशि दे दी गई थी.

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इस मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस आरोपी बैंक के लिपिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, वही इस मामले में अब बैंक प्रबंधक सहित दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

Intro:जिले के रामानुज नगर ब्लॉक में एक फर्जीवाड़ा का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें बैंक मैनेजर की मिलीभगत से लाखों रुपए की फर्जीवाड़ा किया गया हैBody:दरअसलगत् 19 अक्टूबर को रामानुजनगर निवासी राधेश्याम सिंह ने थाना रामानुजनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि मुद्रा लोन प्राप्त करने हेतु सेन्ट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक आलोक गुप्ता को फार्म भरकर दिया था व लोन स्वीकृत होने के संबंध में पूछने पर आलोक गुप्ता द्वारा टाल-मटोल कर लोन स्वीकृत नहीं हुई है कहते रहा। 01 मार्च 2019 को राधेश्याम का मुद्रा लोन स्वीकृत कर उसी दिन लोन की रकम अली अहमद, करन सिंह, अकबर एवं मनोज पात्रे एवं 02 मार्च 2019 को धन सिंह के खाते में हस्तान्तरण करके वही दूसरा मामले में डाॅक्टर दिनेश विश्वकर्मा के द्वारा 19 अक्टूबर को लिखित रिपोर्ट दिया कि इसे 20 लाख रूपये होम लोन स्वीकृत किया गया था जिसमें से 5 लाख रूपये इसी वर्ष 27 मई को राजेश शंकर दास के खाता में डेबिट करते हुए उसी दिन मिथलेश कुशवाहा ग्राम बरहोल के लोन को जमा किया गया है की रिपोर्ट पर थाना रूपया गबन करने के आधार पर थाना रामानुजनगर जिसमें पूर्व में भी लिपिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था और आज बैंक मैनेजर सहित दो और सहयोगीयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है

बाईट - हरीश राठौर ,,,,,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरजपुरConclusion:
Last Updated : Nov 3, 2019, 11:09 PM IST
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