सूरजपुर : रामानुजनगर के सेंट्रल बैंक में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. जहां मुद्रा लोन के नाम पर लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है. इस मामले में आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया गया था, वही मामले का दूसरे आरोपी बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
19 अक्टूबर को रामानुजनगर थाने में राधेश्याम सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें 5 लाख का मुद्रा लोन स्वीकृत होने के बाद भी सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक ने लोन की रकम अली अहमद, करन सिंह, अकबर, धन सिंह और मनोज पात्रे के खाते में ट्रांसफर कर दी थी. इस बीच बैंक प्रबंधक प्रार्थी को घुमाता रहा. वहीं एक अन्य मामले में डॉक्टर दिनेश विश्वकर्मा के 20 लाख रुपए के होम लोन की रकम राजेश शंकर दास और मिथलेश कुशवाहा के खाते में जमा कर दी गई. जिसमें से डॉक्टर विश्वकर्मा को सिर्फ 5 लाख रुपए लोन की राशि दे दी गई थी.
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इस मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस आरोपी बैंक के लिपिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, वही इस मामले में अब बैंक प्रबंधक सहित दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.