सूरजपुर : अर्थव्यवस्था को रफ्तार और सरकार को हर साल करोड़ों रुपए का टैक्स देने वाले औद्योगिक क्षेत्र नैनपुर, गिरवारगंज सहित कई गांव की सड़कों का हाल बुरा है. यहां सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं. कूड़ा भी सड़कों पर ही फेंका जा रहा है, जिसकी वजह से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़कों की मरम्मत 5 साल बीतने के बाद भी नहीं कराई गई, इस कारण बारिश के दिनों में इस सड़क में पानी जमा हो जाता है.
इस सड़क पर बारिश होने पर 3 फीट तक पानी भर जाता है, जिसके कारण उद्यमियों और कर्मचारियों को फैक्ट्री तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सूरजपुर के विकास के लिए कई पहल की गई, जिसमें एक छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की ओर से जिला मुख्यालय से सटे नैनपुर और गिरवारगंज ग्राम में फैक्ट्री संचालित करना भी था. अविभाजित सरगुजा को औद्योगिक क्षेत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई ऐसे में लोगों को लगा कि नए उद्योग लगने से आसपास के गांव का विकास होगा और पक्की सड़कें मिलेगी, लेकिन इन सबके उलट गिरवारगंज और नयनपुर के गांव की सड़क पर बरसात में चलना दूभर हो गया है.
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बरसात के बाद काम शुरू करने का आश्वासन
सड़कें पूरी तरह पर गड्ढों में तब्दील हो गई है. आम आदमी का चलना मुश्किल हो गया है. आए दिन कोई न कोई इन सड़कों पर गिरकर चोटिल भी हो जाता है, जिसे लेकर पहले भी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को अवगत कराया गया था. अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, अब सड़क और गांव के विकास के लिए अधिकारी भी आगे आए हैं. इस मामले में जिला पंचायत सीईओ आकाश छिकारा से बातचीत की गई तो उन्होंने बरसात के बाद काम शुरू करने का आश्वासन दिया है. बहरहाल प्रशासनिक उदासीनता के कारण गिरवारगंज सहित कई गांव का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है.