सूरजपूर: जिले में लगभग 6 से ज्यादा वाटर एटीएम शासन की ओर से लगाए गए थे. लेकिन लगभग साल भर से सभी वाटर एटीएम बंद पड़े हैं, जिसके कारण राहगीरों और आम नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल शासन शुद्ध पेयजल की व्यवस्था में करोड़ों खर्च कर रही है. लेकिन आज तक जिलों को शुद्ध पानी नहीं मिल पाया है. ऐसा ही मामला सूरजपुर जिले का है, जहां करोड़ों खर्च कर वाटर एटीएम तो लगा दिया गया. लेकिन आज तक लोगों को शुद्ध पानी नसीब नहीं हो पाया है.
लोगों को नहीं मिल रहा शुद्ध पानी
सूरजपुर नगर पालिका में लगे दो वाटर एटीएम केवल खानापूर्ति साबित हो रहे हैं. जहां अप्रैल 2017 में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की ओर से शहर के अग्रसेन चौक पर 8 लाख 41 हजार की लागत से वाटर एटीएम लगाया गया था. जो 2 महीने तक सुविधा देने के बाद बंद हो गया और अब तक सुधार नहीं हो पाया है. वहीं दूसरा वाटर एटीएम जनपद पंचायत कार्यालय के पास नगर पालिका की ओर से लगाया गया है, जो अब तक शुरू नहीं हो सका है. वहीं तीसरा वाटर एटीएम कलेक्ट्रेट परिसर के सामने लगाया गया है. इसका भी यही हाल है.
3 वाटर एटीएम है बंद
प्रदेश में अब गर्मी का मौसम शुरू हो गया है.जिला मुख्यालय होने के कारण लोगों को अपनी समस्याएं लेकर जिले में आना पड़ता है. ऐसे में 3 वाटर एटीएम होने के बाद भी लोगों को मजबूरन बोतलबंद पानी लेकर अपनी जेब ढीली करनी पड़ती है.लेकिन नगर पालिका के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके कारण लोगों में काफी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है.
ETV भारत की टीम ने ली जानकारी
वहीं जब ETV भारत की टीम ने जिला पंचायत सीईओ से इसकी जानकारी ली तो सीईओ ने बताया कि उन्हें भी इसकी जानकारी है. उन्होंने आगे कहा कि पीएचई और नगरपालिका की संयुक्त टीम बनाकर जांच कर सभी वाटर एटीएम को जल्द से जल्द ठीक किया जाएगा.