सूरजपुर: जिले का एकमात्र टोल प्लाजा कई सालों से बन कर तैयार है, जिसका शुभारंभ 28 अक्टूबर को किया गया. सूरजपुर जिला मुख्यालय के एनएच 43 मार्ग में पचिरा में टोल प्लाजा को आनन-फानन में शुरू कर दिया गया है, लेकिन अब इस टोल नाका को लेकर स्थानीय लोग परेशान नजर आ रहे हैं. टोल प्लाजा के शुरू होते ही कई समस्याओं और शिकायतों का दौर भी चल पड़ा. अभी से ही टोल प्लाजा में अवैध वसूली किए जाने की शिकायतें मिल रही हैं.
लोगों के मुताबिक कार से एक तरफ जाने के 30 रुपए लगते हैं, तो वहीं आने-जाने दोनों का एक साथ देने पर 40 रुपए लगते हैं. लेकिन यहां 60 रुपए वसूला जा रहा है. नया टोल प्लाजा होने की वजह से अबतक पास की सुविधा नहीं हो पाई है. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना कर चुके हैं.
कई लोगों का कहना यह भी है कि आनन-फानन में टोल नाका चालू कर दिया गया है. यहां सुविधाओं का अभाव भी है. नागरिकों का यह भी कहना है कि बिना जानकारी के टोल नाका चालू कर दिया गया है.
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भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा कॉन्ट्रेक्ट के माध्यम से पचिरा में टोल प्लाजा का शुभारंभ किया गया है. टोल प्लाजा में स्थानीय और छोटी कार वाहनों के लिए कई नियम है. 20 किलोमीटर तक की छोटी कार के लिए पास जारी करने और 24 घंटे में आने-जाने वालों से शुल्क में छूट जैसे प्रावधान हैं. लेकिन सभी प्रावधान फास्ट टैग लगे वाहनों के लिए है.
लोगों को नहीं है फास्ट टैग की जानकारी
ऐसे में सूरजपुर जैसे ग्रामीण बाहुल्य इलाके में फास्ट टैग की जानकारी का अभाव है. नगर पालिका और आसपास के लोगों को दिनभर में जितने बार टोल प्लाजा से गुजरना पड़ रहा है. उतनी बार 30 रुपए का टोल शुल्क देना पड़ रहा है. जिसे लेकर स्थानीय नगरवासी परेशान और नाराज हैं. टोल प्लाजा कॉन्ट्रेक्टर नियम के तहत ही शुल्क वसूलने की बात करते नजर आए.