सूरजपुर: देश के नागरिकों के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता के बाद अब जानवरों का भी आधार कार्ड बनेगा. इसमें हर जानवर की अपनी एक विशेष पहचान यानि UID नंबर होगा. यूआईडी नंबर के माध्यम से ही पशुपालन विभाग जानवरों की पूरी जानकारी रखेगा. इसका एक कार्ड मालिक को भी दिया जाएगा. पशु विभाग और एजेंसी के कर्मचारी घर-घर जाकर कार्ड बनाएंगे.
राज्य में जानवरों की संख्या अधिक है, इसलिए आधार कार्ड बनाने में थोड़ी परेशानी थी. अब यहां ये योजना लागू हुई है. यूआईडी नंबर के माध्यम से पशु विभाग जानवरों के वैक्सीन, उम्र, बीमारी जैसी सभी जानकारी यूआईडी नंबर के माध्यम से एकत्र करेगा. इस प्लान को केंद्र सरकार ने बनाया है, जिसे राज्य सरकार ने लागू किया है.
जानवरों का भी बनेगा आधार कार्ड
पशु विभाग के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जिलेभर में जानवरों की गणना का काम चल रहा है. इसके बाद आधार कार्ड बनाने का काम शुरू किया जाएगा. पहले भी जानवरों में चिप लगाकर आधार कार्ड बनाने की पहल पशु विभाग ने की थी, लेकिन यह प्रयास कामयाब नहीं हो पाया.
केरल की तर्ज पर देश में लागू योजना
इसके बाद एक चिप के माध्यम से पूरी जानकारी एकत्र करने की योजना बनाई गई. सरकार ने इस तरह की एक योजना लाई है, जिसमें सभी जानवरों का 16 अंकों का यूआईडी नंबर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इससे पहले केरल में इसका एक प्रयोग सफल रहा, जिसे देखते हुए पूरे देश में अब इस योजना को लागू किया जाएगा.
सभी जानवरों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य
पशु विभाग के उप संचालक डॉक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि सबसे पहले सभी उपयोगी जानवरों का आधार बनाया जाएगा. इसके बाद दूसरे सभी जानवरों का आधार बनाया जाएगा. इससे पहले केंद्र सरकार ने गौ तस्करी रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें गायों के लिए 16 अंकों की विशेष संख्या यूआईडी नंबर की सिफारिश की गई थी, इसके बाद हर जानवर के लिए इसे अनिवार्य कर दिया गया है.