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छत्तीसगढ़ के 8 शिक्षकों को मिला 'टीचर ग्लोबल अवार्ड', 8 में 7 सूरजपुर जिले के - टीचर ग्लोबल अवार्ड

15वीं ग्लोरी वर्ल्ड एजुकेशन मीट 2019 में छत्तीसगढ़ के 8 शिक्षकों को टीचर ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया गया है. जिनमें 7 शिक्षक सूरजपुर जिले के हैं.

8 teachers of chhattisgarh Won Teacher Global Award in mumbai
छत्तीसगढ़ के 8 शिक्षकों को टीचर ग्लोबल अवार्ड
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Published : Nov 27, 2019, 2:46 PM IST

Updated : Nov 28, 2019, 7:20 AM IST

सूरजपुर : जिले में सरकारी स्कूलों के बदहाली की खबरों के बीच शासकीय प्राथमिक स्कूल रुनियाडीह से प्रदेश को गौरवान्वित करने वाली खबर है. रुनियाडीह के प्राथमिक स्कूल ने एक बार फिर सूरजपुर का नाम देश में रोशन किया है. ETV भारत ने आपको बैग फ्री स्कूल की खबर दिखाई थी.

वीडियो.

22 नवंबर को मुंबई में आयोजित 15वीं ग्लोरी वर्ल्ड एजुकेशन मीट 2019 में छत्तीसगढ़ के 8 शिक्षकों को टीचर ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया गया. जिसमें सूरजपुर जिले के सरकारी स्कूलों से 7 शिक्षक शामिल हैं.

मुंबई के आयोजित वर्ल्ड एजुकेशन मीट में दो दर्जन से ज्यादा देश से शिक्षक शामिल हुए थे. गौरतलब है कि, रुनियाडीह के प्रधान पाठक सीमांचल त्रिपाठी ने जिले में पहला बस्ता मुक्त स्कूल बनाने की पहल की थी. जिसके बाद दूसरे शासकीय स्कूलों के शिक्षक भी अपने स्कूलों को इस मॉडल का स्कूल बनाने की कवायद शुरू कर चुके हैं.

स्कूल के छात्रों ने किया सम्मान

जिले के 7 शिक्षकों को टीचर ग्लोरी अवार्ड मिलने से अन्य शिक्षकों में भी खुशी का माहौल है. वहीं पुरस्कृत सभी 7 शिक्षकों के मुंबई से वापस आने के बाद रुनियाडीह स्कूल के छात्रों ने फूल भेंट कर स्वागत और सम्मान किया.

सूरजपुर : जिले में सरकारी स्कूलों के बदहाली की खबरों के बीच शासकीय प्राथमिक स्कूल रुनियाडीह से प्रदेश को गौरवान्वित करने वाली खबर है. रुनियाडीह के प्राथमिक स्कूल ने एक बार फिर सूरजपुर का नाम देश में रोशन किया है. ETV भारत ने आपको बैग फ्री स्कूल की खबर दिखाई थी.

वीडियो.

22 नवंबर को मुंबई में आयोजित 15वीं ग्लोरी वर्ल्ड एजुकेशन मीट 2019 में छत्तीसगढ़ के 8 शिक्षकों को टीचर ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया गया. जिसमें सूरजपुर जिले के सरकारी स्कूलों से 7 शिक्षक शामिल हैं.

मुंबई के आयोजित वर्ल्ड एजुकेशन मीट में दो दर्जन से ज्यादा देश से शिक्षक शामिल हुए थे. गौरतलब है कि, रुनियाडीह के प्रधान पाठक सीमांचल त्रिपाठी ने जिले में पहला बस्ता मुक्त स्कूल बनाने की पहल की थी. जिसके बाद दूसरे शासकीय स्कूलों के शिक्षक भी अपने स्कूलों को इस मॉडल का स्कूल बनाने की कवायद शुरू कर चुके हैं.

स्कूल के छात्रों ने किया सम्मान

जिले के 7 शिक्षकों को टीचर ग्लोरी अवार्ड मिलने से अन्य शिक्षकों में भी खुशी का माहौल है. वहीं पुरस्कृत सभी 7 शिक्षकों के मुंबई से वापस आने के बाद रुनियाडीह स्कूल के छात्रों ने फूल भेंट कर स्वागत और सम्मान किया.

Intro:सूरजपुर जिले में शासकीय स्कूलों के बदहाली के बीच प्रथम बस्ता मुक्त स्कूल मिसाल कायम करने वाली शासकीय प्राथमिक स्कूल बुनियादी ने किया एक बार फिर सूरजपुर का नाम देश में रोशन किया


Body:दरअसल 22 नवंबर को मुंबई में आयोजित 15वीं ग्लोरी वर्ल्ड एजुकेशन मीट 2019 में सूरजपुर के रुनियाडीह स्कूल के प्रधान पाठक समेत जिले के ही 7 शिक्षकों को टीचर ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया गया जहां छत्तीसगढ़ से 8 शिक्षक को पुरस्कार मिला वहीं 7 शिक्षक सूरजपुर के शासकीय स्कूल के थे वही मुंबई के आयोजित वर्ल्ड एजुकेशन मीट में दो दर्जन से ज्यादा देश से शिक्षक शामिल हुए थे गौरतलब है कि रुनियाडीह के प्रधान पाठक सीमांचल त्रिपाठी ने जिले में पहला बस्ता मुक्त स्कूल बनाने की पहल की थी जिसके बाद दूसरे शासकीय स्कूलों के शिक्षक भी अपने स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने की कवायद शुरू कर चुके हैं ऐसे में जिले के 7 शिक्षकों को टीचर ग्लोरी अवार्ड मिलने से दूसरे शिक्षकों में भी काफी खुशी का माहौल है वही पुरस्कृत सभी 7 शिक्षकों के मुंबई से वापस आने के बाद रुनिया डीह स्कूल के छात्रों ने फूल वेट कर स्वागत किया और उनको सम्मान किया




Conclusion:जहां एक तरफ देश में शासकीय स्कूलों की बदहाली देखते बनती है वही सूरजपुर जिले के शिक्षकों ने विदेशों में भी अपना परचम लहरा कर वापस आकर एक मिसाल कायम की है और उनका कहना है अगर शासन इसी तरह उन्हें सहयोग करता रहा तो शायद सूरजपुर जिले का हर एक शिक्षक ग्लोरी अवार्ड जीत कर सूरजपुर का नाम रोशन करेगा

बाईट - सीमांचल त्रिपाठी,,,, प्रधान पाठक
बाईट - गीता गिरी,,,, शिक्षक
Last Updated : Nov 28, 2019, 7:20 AM IST
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