सुकमा: अप्रैल महीने के पहले हफ्ते में दोरनापाल-जगरगुण्डा मार्ग पर स्थित नाले पर बने पुल को ब्लास्ट करने की घटना में शामिल दो नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिला पुलिस बल और CRPF की 74वीं वाहिनी की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली है. गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान पोड़ियाम एर्रा और पोड़ियाम सन्ना के रूप में हुई है. नक्सली पोड़ियाम एर्रा भूमकाल मिलिशिया कमांडर के रूप में काम करता था, जिस पर एक लाख का इनाम है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर पोलमपल्ली थाना प्रभारी SI शंकर लाल ध्रुव के साथ जिला बल और CRPF की 74वीं वाहिनी के सहायक कमांडेंट अभिषेक चौबे के नेतृत्व में संयुक्त टीम धरपकड़ के लिए निकली थी. इस दौरान पालामडगू पहुंचकर टीम ने गांव की तलाशी ली, जिसमें घेराबंदी कर दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पकड़े गए दोनों नक्सली पिछले 5-6 वर्ष से पालामड़गू ग्राम पंचायत में नक्सली कमेटी अंतर्गत भूमकाल मिलिशिया कमांडर और GRD कमांडर के रूप में कार्यरत थे. दोनों नक्सली पोलमपल्ली थाना क्षेत्र अंतर्गत 4 अप्रैल को दोरनापाल-जगरगुण्डा मुख्यमार्ग में नाले के ऊपर बने पुल में IED ब्लास्ट करने की घटना में शामिल थे.
भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
नक्सल आरोपी पोड़ियाम एर्रा की निशानदेही पर चार जिलेटिन रॉड, दो इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, लगभग तीन मीटर कोर्डेक्स वायर और नक्सली पर्चे के साथ बैनर बरामद किया गया है. पुलिस की पूछताछ में दोनों नक्सलियों ने पोलमपल्ली थाना अंतर्गत विभिन्न नक्सली घटनाओं में शामिल होने की बात कबूल की है, जिसमें अरलमपल्ली के रहने वाले पोड़ियाम मंगडू उर्फ टिंकू की हत्या और IED ब्लास्ट भी शामिल है. इन घटनाओं के अलावा नक्सल आरोपी पोड़याम एर्रा के खिलाफ न्यायालय ने स्थायी वारंट जारी किया है.