सुकमा : जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान एवं छत्तीसगढ़ राज्य पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दो नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक डीएस मरावी के समक्ष सरेंडर किया है. आत्मसमर्पित दोनों नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया जाएगा.
दरअसल दोनों नक्सली चिंतागुफा क्षेत्र के निवासी हैं. दोरनापाल एसडीओपी अखिलेश कौशिक ने बताया कि, 'आत्मसमर्पित नक्सली भीमा को ग्राम दुलेड़ के डीएकेएमएस अध्यक्ष मुत्ता द्वारा लगभग पांच वर्ष पूर्व संगठन में सम्मिलित किया गया था. जो संगठन में रहते हुए विभिन्न नक्सली गतिविधियों में सम्मिलित रहा'
इसी प्रकार सुक्का को दुलेड़ आरपीसी कमेटी अध्यक्ष दिनेश उर्फ मुतन्ना (नक्सली) द्वारा 2016 में नक्सली संगठन में शामिल किया गया था. दोनों नक्सलियों ने एसडीओपी अखिलेश कौशिक, थाना प्रभारी शैलेन्द्र नाग की मौजूदगी में सरेंडर किया.