सुकमा : बस्तर संभाग में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया (Sukma National Highway submerged in water) है. वहीं बस्तर के नदी नाले भी उफान पर हैं. आफत की इस बारिश ने एक बार फिर से सुकमा जिले में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश-तेलंगाना के बीच नेशनल हाईवे में बारिश का पानी 3 फीट तक बहने की वजह से सड़क मार्ग पूरी तरह से प्रभावित (Andhra Pradesh Telangana Highway submerged in water) है. छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों से कट गया (Godavari and Shabari river water level rise in Sukma) है.
वाहनों की लगी लंबी कतारें : सड़क पर पानी होने के कारण दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई (heavy rain in sukma) है. वही यहां आपात स्थिति से निपटने के लिए रेस्क्यू टीम को भी तैनात कर दिया गया है. इधर गोदावरी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ते ही जा रहा है. आशंका यह जताई जा रही है कि जल्द ही गोदावरी नदी का जलस्तर डेंजर लेवल को पार कर जाएगा.
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शबरी नदी का बढ़ा जलस्तर : वहीं दूसरी तरफ सुकमा से बहने वाली शबरी नदी का भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. लगभग 13 फीट के करीब जलस्तर पहुंच चुका है. यदि वक्त रहते ही जलस्तर कम नहीं हुआ तो एक बार फिर से सुकमा जिले का कोंटा बैक वाटर की वजह से पूरी तरह डूबने की कगार पर पहुंच जाएगा. 1 महीने पहले बैक वाटर की वजह से सुकमा जिले का कोंटा नगर पंचायत पूरी तरह डूबा था. इस नगर पंचायत के 9 वार्डों में से 3000 से अधिक वार्ड वासियों को रेस्क्यू करके राहत शिविर केंद्र पहुंचाया गया था. जिससे लगभग 2 सप्ताह तक वार्डवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था . हालांकि इनके नुकसान की भरपाई करने के लिए राज्य सरकार ने राजस्व टीम से सर्वे कराया था, लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं मिलने की वजह से प्रभावितों में थोड़ी नाराजगी देखने को मिल रही है.