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प्रशासन की मदद से 12 साल के बच्चे को मिली नई जिंदगी - सुकमा न्यूज

जिले के कोंटा में रहने वाले एक बच्चे का सफल ऑपरेशन किया गया है. प्रशासन ने बच्चे के इलाज का बीड़ा उठाया. प्रशासन के इस कदम पर परिजनों ने उनका आभार जताया है.

Successful operation of 12-year old child in Sukma
मासूम को मिली नई जिंदगी
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Published : Dec 28, 2019, 12:57 PM IST

सुकमा: पोटा केबिन कोंटा में पांचवीं कक्षा के छात्र मनोज के ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपरेशन रायपुर के दाउ कल्याण सिंह अस्पताल में हुआ. मनोज के सफल ऑपरेशन से उसके परिजनों के साथ ही पोटाकेबिन के सभी शिक्षकों और बच्चों के चेहरे पर खुशी छा गई.

मासूम को मिली नई जिंदगी

पूरी तरह स्वस्थ मनोज को ब्रेन ट्यूमर होगा, इसका किसी को अंदाजा नहीं था. पोटाकेबिन के अधीक्षक ने बताया कि 16 दिसंबर को मनोज को बुखार आने के कारण तेलंगाना के भद्राचलम में एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था. यहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद ब्रेन ट्यूमर की संभावना जताई. इस दौरान अस्पताल में 20 दिसंबर को हैदराबाद से पहुंचे एक डॉक्टर ने सीटी स्कैन की सलाह दी. सीटी स्कैन की रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों ने मनोज के मस्तिष्क में ट्यूमर पाए जाने की पुष्टि कर दी.

प्रशासन ने उठाया इलाज का बीड़ा
मूलत: नेलवाड़ा के रहने वाले 12 वर्षीय मनोज के पिता नहीं हैं. उसकी जिम्मेदारी मां पर है. आर्थिक रुप से कमजोर मनोज की मां के लिए मनोज के ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन कराना आसान नहीं था. सुकमा जिला प्रशासन को इस बात की जब खबर मिली तब मनोज के ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के लिए प्रशासन ने कदम उठाया. मनोज को चिरायु दल के जरिए रायपुर भेजा गया. कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने संजीवनी कोष से मनोज के इलाज की अनुशंसा की. रायपुर में मनोज के पूरी जांच के बाद, 24 दिसंबर को दाऊ कल्याण सिंह अस्पताल में डॉक्टरों ने ट्यूमर निकाल दिया. डॉक्टरों ने बताया कि मनोज के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है.

परिजनों ने जताया आभार
मनोज के इलाज के लिए कदम उठाने के साथ ही सफल ऑपरेशन के लिए परिजनों ने कलेक्टर चंदन कुमार, पोटाकेबिन प्रबंधन और स्कूल शिक्षा विभाग, डॉक्टर, चिरायु दल के सदस्य और स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है.

सुकमा: पोटा केबिन कोंटा में पांचवीं कक्षा के छात्र मनोज के ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपरेशन रायपुर के दाउ कल्याण सिंह अस्पताल में हुआ. मनोज के सफल ऑपरेशन से उसके परिजनों के साथ ही पोटाकेबिन के सभी शिक्षकों और बच्चों के चेहरे पर खुशी छा गई.

मासूम को मिली नई जिंदगी

पूरी तरह स्वस्थ मनोज को ब्रेन ट्यूमर होगा, इसका किसी को अंदाजा नहीं था. पोटाकेबिन के अधीक्षक ने बताया कि 16 दिसंबर को मनोज को बुखार आने के कारण तेलंगाना के भद्राचलम में एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था. यहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद ब्रेन ट्यूमर की संभावना जताई. इस दौरान अस्पताल में 20 दिसंबर को हैदराबाद से पहुंचे एक डॉक्टर ने सीटी स्कैन की सलाह दी. सीटी स्कैन की रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों ने मनोज के मस्तिष्क में ट्यूमर पाए जाने की पुष्टि कर दी.

प्रशासन ने उठाया इलाज का बीड़ा
मूलत: नेलवाड़ा के रहने वाले 12 वर्षीय मनोज के पिता नहीं हैं. उसकी जिम्मेदारी मां पर है. आर्थिक रुप से कमजोर मनोज की मां के लिए मनोज के ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन कराना आसान नहीं था. सुकमा जिला प्रशासन को इस बात की जब खबर मिली तब मनोज के ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के लिए प्रशासन ने कदम उठाया. मनोज को चिरायु दल के जरिए रायपुर भेजा गया. कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने संजीवनी कोष से मनोज के इलाज की अनुशंसा की. रायपुर में मनोज के पूरी जांच के बाद, 24 दिसंबर को दाऊ कल्याण सिंह अस्पताल में डॉक्टरों ने ट्यूमर निकाल दिया. डॉक्टरों ने बताया कि मनोज के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है.

परिजनों ने जताया आभार
मनोज के इलाज के लिए कदम उठाने के साथ ही सफल ऑपरेशन के लिए परिजनों ने कलेक्टर चंदन कुमार, पोटाकेबिन प्रबंधन और स्कूल शिक्षा विभाग, डॉक्टर, चिरायु दल के सदस्य और स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है.

Intro:मनोज के ब्रेन ट्यूमर का हुआ सफल ऑपरेशन

सुकमा. पोटाकेबिन कोंटा में पांचवीं कक्षा में अध्ययरत मनोज के बे्रन ट्यूमर का सफल ऑपरेशन रायपुर के दाउ कल्याण सिंह अस्पताल में होने से मनोज के परिजनों के साथ ही पोटाकेबिन के सभी शिक्षकों और बच्चों के चेहरों पर खुशी छा गई।

दो-हप्ते पहले पूरी तरह स्वस्थ मनोज को ब्रेन ट्यूमर होगा, इसका किसी को अंदाजा नहीं था। पोटा केबिन के अधीक्षक ने बताया कि 16 दिसम्बर को मनोज को बुखार आने के कारण तेलंगाना के भद्राचलम में एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां चिकित्सकों ने प्रारंभिक जांच के बाद मस्तिष्क बुखार की संभावना जताई। इस दौरान अस्पताल में 20 दिसम्बर को हैदराबाद से पहुंचे एक चिकित्सक ने सीटी स्केनिंग की सलाह दी। सिटी स्केनिंग के बाद मनोज के मस्तिष्क में ट्यूमर पाए जाने की पुष्टि चिकित्सकों द्वारा की गई।
          Body:मूलतः नेलवाड़ा के रहने वाले 12 वर्षीय मनोज के पिता नहीं हैं और उसके लालन-पालन की जिम्मेदारी मां पर है। आर्थिक रुप से कमजोर मनोज की मां के लिए मनोज के ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन कराना आसान नहीं था। सुकमा जिला प्रशासन को इस बात की जब खबर मिली तब मनोज के ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के लिए तुरंत कार्यवाही करते हुए उसे चिरायु दल के माध्यम से रायपुर भेजने का प्रबंध किया गया और कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने संजीवनी कोष से मनोज के उपचार की अनुशंसा की। रायपुर में मनोज के संपूर्ण जांच के पश्चात् 24 दिसम्बर को दाऊ कल्याण सिंह अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाल दिया है और मनोज के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है।

Conclusion:कलेक्टर का माना आभार...
मनोज के उपचार के लिए त्वरित कदम उठाने के साथ ही सफल ऑपरेशन के लिए परिजनों ने कलेक्टर चंदन कुमार, पोटाकेबिन प्रबंधन व स्कूल शिक्षा विभाग, सभी चिकित्सक, चिरायु दल के सदस्य तथा स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया है।
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