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सुकमा : विकास की आस में जान जोखिम में डाल मतदान केंद्र पहुंचे ग्रामीण

त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में ग्रामीण 25 किमी का सफर कर मतदान केंद्र पहुंचे.

Polling stations reached rural putting life at risk in Sukma
जान जोखिम में डाल ग्रामीण पहुंचे मतदान केंद्र
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Published : Jan 28, 2020, 7:00 PM IST

Updated : Jan 28, 2020, 7:14 PM IST

सुकमा : विकास की आस में ग्रामीणों ने एक बार फिर पंचायत चुनाव में अपना योगदान दिया. विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद ग्रामीण गांव तक सड़क, पुल-पुलिया समेत बुनियादी सुविधाओं की आस में 25 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान करने पहुंचे. यहां के हर चुनाव में ग्रामीणों को उम्मीद होती है कि इस बार गांव का विकास होगा, लेकिन हर बार मायूसी ही हाथ लगती है.

जान जोखिम में डाल ग्रामीण पहुंचे मतदान केंद्र

बढ़-चढ़ कर मतदान देने पहुंची महिलाएं
पहले चरण के पंचायत चुनाव में ग्राम सरकार के लिए ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला. खासकर महिला मतदाताओं ने इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सुबह से ही मतदान केंद्रों में भारी भीड़ नजर आई. सुकमा जनपद पंचायत के संवेदन शील क्षेत्र सिरसेट्टी शेट्टी, पोंगाभेजी समेत दर्जनों गांव से मतदाता बड़ी संख्या में मतदान करने पहुंचे.

पढ़ें- सुकमा: वोटिंग के लिए बूथ पर लगी भीड़, लोगों ने बताई अपनी परेशानी

असुविधाओं में मतदान
नदी पर पुल-पुलिया नहीं होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. 20-25 किलोमीटर का सफर तय कर ग्रामीण मतदान केंद्र पहुंचे और मताधिकार का प्रयोग किया. ग्रामीणों ने जुगाड़ से नदी पर बिजली के खंभों का अस्थायी पुल बना रखा है. इससे वे नदी को पार करते हैं. खास बात ये रही कि मतदाताओं को केंद्र तक पहुंचाने के लिए ट्रैक्टरों का सहारा लिया गया.

सुकमा : विकास की आस में ग्रामीणों ने एक बार फिर पंचायत चुनाव में अपना योगदान दिया. विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद ग्रामीण गांव तक सड़क, पुल-पुलिया समेत बुनियादी सुविधाओं की आस में 25 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान करने पहुंचे. यहां के हर चुनाव में ग्रामीणों को उम्मीद होती है कि इस बार गांव का विकास होगा, लेकिन हर बार मायूसी ही हाथ लगती है.

जान जोखिम में डाल ग्रामीण पहुंचे मतदान केंद्र

बढ़-चढ़ कर मतदान देने पहुंची महिलाएं
पहले चरण के पंचायत चुनाव में ग्राम सरकार के लिए ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला. खासकर महिला मतदाताओं ने इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सुबह से ही मतदान केंद्रों में भारी भीड़ नजर आई. सुकमा जनपद पंचायत के संवेदन शील क्षेत्र सिरसेट्टी शेट्टी, पोंगाभेजी समेत दर्जनों गांव से मतदाता बड़ी संख्या में मतदान करने पहुंचे.

पढ़ें- सुकमा: वोटिंग के लिए बूथ पर लगी भीड़, लोगों ने बताई अपनी परेशानी

असुविधाओं में मतदान
नदी पर पुल-पुलिया नहीं होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. 20-25 किलोमीटर का सफर तय कर ग्रामीण मतदान केंद्र पहुंचे और मताधिकार का प्रयोग किया. ग्रामीणों ने जुगाड़ से नदी पर बिजली के खंभों का अस्थायी पुल बना रखा है. इससे वे नदी को पार करते हैं. खास बात ये रही कि मतदाताओं को केंद्र तक पहुंचाने के लिए ट्रैक्टरों का सहारा लिया गया.

Intro:विकास की आस में जान जोखिम में डाल ग्रामीण पहुंचे मतदान केंद्र

सुकमा. विकास की आस में ग्रामीणों ने एक बार फिर पंचायत चुनाव में अपना योगदान दिया. विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद ग्रामीण गांव तक सड़क, पुल-पुलिया समेत बुनियादी सुविधाओं की आस में 25 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान करने पहुंचे.

हर चुनाव में ग्रामीणों को उम्मीद होती है कि इस बार गांव का विकास होगा लेकिन हर बार मायूसी ही हाथ लगती हैं. इस बार भी ग्रामीणों ने विकास की आस में ग्राम सरकार के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.


Body:मंगलवार को पहले चरण के पंचायत चुनाव में ग्राम सरकार के लिए ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला. खासकर महिला मतदाताओं ने इस महापर्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. सुबह से ही मतदान केंद्रों में भारी भीड़ नजर आई. सुकमा जनपद पंचायत के संवेदन शील क्षेत्र सिरसेट्टी शेट्टी, पोंगाभेजी समेत दर्जनों गांव से मतदाता भारी भीड़ में मतदान करने पहुंचे.

नदी में पुल पुलिया नहीं होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. 20-25 किलोमीटर का सफर तय कर ग्रामीण मतदान केंद्र पहुंचे और मताधिकार का प्रयोग किया. ग्रामीणो ने जुगाड़ से नदी पर बीजली के खंभो का अस्थायी पुल बना रखा है इससे वे नदी को पार करते है. खास बात यह रही कि मतदाताओं को केंद्र तक पहुंचाने के लिए ट्रैक्टरों से ढोया गया.


Conclusion:बाइट; ग्रामीण
Last Updated : Jan 28, 2020, 7:14 PM IST
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