सुकमा: नक्सलियों ने एक बार फिर कायराना करतूत को अंजाम दिया है. कोंटा क्षेत्र के एलाड़मडगू में बीती रात नक्सलियों ने एक ग्रामीण पर मुखबिरी का आरोप लगाते हुए उसकी हत्या कर दी है. ग्रामीण का नाम करतम हुंगा बताया जा रहा है, जिसका शव गुरुवार की सुबह गांव के पास के खेत से बरामद किया गया है. नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी ने शव के पास एक चेतावानी पत्र भी फेंका है, जिसमें नक्सलियों ने लिखा है कि करतम हुंगा पुलिस के लिए मुखबिर का काम करता था, इसलिए पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) ने इसे मौत की सजा दी है.
मृतक का छोटा भाई करतम देवा ने बताया कि बुधवार रात करीब 11.30 बजे 4 से 5 नक्सली उसके घर आए और उसके भाई को पूछताछ कर छोड़ने की बात कहकर अपने साथ ले गए. सुबह ग्रामीणों ने गांव के पास खेत में करतम हुंगा का शव मिलने की सूचना दी. जिसके बाद परिजनों ने थाने में इसकी सूचना दी. परिजनों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है.
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पुलिस गश्त में सहयोग करने का आरोप
पत्र के माध्यम से नक्सलियों ने ग्रामीणों में दहशत फैलाने की कोशिक की है. उन्होंने पुलिस की मुखबिरी करने वालों को मौत की सजा सुनाई है. नक्सलियोंं ने लिखा है कि 2018 में एलाड़मडगू में नया कैंप खोला गया है. मृतक करतम हुंगा पर नक्सलियों ने आस-पास के गांवों में पुलिस की गश्त पार्टी के साथ ऑपरेशन कर निर्दोश ग्रामीणों को गिरफ्तार कराने और उनकी पीटाई कराने का आरोप लगाया है.