सुकमाः नव वर्ष के पहले ही दिन सुकमा पुलिस को नक्सल मोर्चे पर सफलता मिली है. नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग व सरकार की पुनर्वास नीति तथा नक्सल उन्मूलन पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह नई शुरुआत) से प्रभावित 44 नक्सलियों ने सुकमा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
इन नक्सलियों में 9 महिलाएं शामिल हैं. इनमें एक महिला नक्सली पर छत्तीसगढ़ सरकार से दो लाख का ईनाम घोषित है.सुकमा जिले में पूना नर्कोम अभियान के तहत पुलिस ने अंदरूनी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति का प्रचार-प्रसार किया है. इससे प्रभावित होकर आज नए साल के पहले दिन ही नवीन कैंप करीगुंडम में 44 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया.
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सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि नव वर्ष के पहले दिन ग्राम करीगुंडम के 300 से 350 की संख्या में ग्रामीण पहुंचे. उन्होंने समाज की मुख्यधारा से भटक कर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े सदस्यों को कैंप करीकुंडम तक पहुंचाया. नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया. यह नक्सली, संगठन में रहकर चिंतागुफा, चिंतलनार, भेज्जी क्षेत्र में कई घटनाओं में शामिल रहे.
एसपी ने कहा कि क्षेत्र में किए जा रहे नवीन कैंपों की स्थापना से स्थानीय लोगों में खुशियों का माहौल है. इधर, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और ग्रामीणों के साथ पुलिस कैंप में अधिकारियों ने भोजन भी किया. सुकमा एसपी ने बताया कि समर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति से सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी.