सुकमा: नकक्सलियों के कोंटा एरिया कमेटी के सचिव मंगड़ू ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस और सुरक्षा बल पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. नक्सली कमांडर मंगड़ू ने हाल ही में 10 दिसंबर को हुए मुठभेड़ को फर्जी बताते हुई कई गंभीर आरोप लगाये हैं.
नक्सलियों का आरोप है कि 18 दिसंबर को सुरक्षाबालों ने बड़े केडवाल, छोटे केडवाल, सिंघनमडगु, तुमालपाड़, एटापाड़, पेंटापाड गांवों में ग्रामीणों पर हमला किया है. नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि गांव में हमले के दौरान कई ग्रामीणों के दैनिक उपयोग के सामान को भी सुरक्षा बलों के जवानों ने लूटा है और इन्हें सामान को मीडिया में नक्सलियों के पास से बरामद होने की बात कही है. नक्सली कमांडर ने सुरक्षा बलों पर फर्जी मुठभेड़ का भी आरोप लगाते हुए कहा है कि बीते 10 दिसंबर को इत्तगुड़ा, दरेली और पुलनपाड़ गांव में सुरक्षा बल के जवान सोढ़ी नंदा और मड़कम हिड़मा को उनके खेतों से उठाकर गोली मार दी है. जो नक्सली नहीं आम ग्रामीण था.
नक्सली कमांडर ने पर्चे में सुरक्षा बलों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि, 'क्रांतिकारी आंदोलन के उन्मूलन करने के लक्ष्य लिए गश्त अभियानों के नाम पर कोया कमांडो, एसटीएफ, डीआरजी और सीआरपीएफ के जवान गांवों में ग्रामीणों पर हमला कर आम लोगों को मार रहे हैं. गश्ती अभियान के दौरान सुरक्षाबल आम लोगों को नक्सली बताकर जेल में डाल रहे हैं. साथ ही ग्रामीणों को गुमराह करने के लिए सिविक एक्शन प्रोग्राम चलाया जा रहा है.'