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जिस गांव में विकास के लिए शहीद हो गए थे 17 जवान, वहीं हजार जांबाजों की मौजूदगी में बन रही है सड़क

सुकमा का मिनपा (Sukma Minpa) गांव तीन दशक तक मुख्यधारा से कटा था. इस गांव में अब 1000 से ज्यादा जवानों की सुरक्षा में सड़क निर्माण का काम जारी है.

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मिनपा में बन रही सड़क
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Published : Jul 15, 2021, 6:05 PM IST

Updated : Jul 15, 2021, 10:36 PM IST

सुकमा: सुविधाओं से महरूम होना क्या होता कोई नक्सल प्रभावित गांवों से पूछे. मूलभूत चीजों के लिए भी जद्दोजहद करते वनांचलों और नक्सलवाद से पीड़ित गांवों के लोग की किस्मत में सड़क, बिजली, स्कूल, अस्पताल यहां तक कि राशन दुकानें अब तक नहीं लिख पाई हैं. इन सबके बीच मिनपा गांव उम्मीद की किरण बना है. तीन दशक से मुख्यधारा से कटे इस गांव में रौनक लौटने की आशा है. पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों की सुरक्षा के साए में यहां सड़क बनाई जा रही है.

मिनपा में बन रही सड़क

नक्सलियों का मीटिंग प्वॉइंट माना जाने वाला मिनपा गांव तीन दशक तक मुख्यधारा से कटा था. आस-पास के गांव जाने तक के लिए भी यहां सड़क नहीं थी. इस बीच यहां शासन-प्रशासन ने कैंप लगाने का फैसला लिया. लेकिन नक्सलियों ने 21 मार्च, 2020 को एक बड़ा हमला किया. इस अटैक में 17 जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवान शहीद हो गए और 14 अन्य घायल हो गए थे. सुरक्षा बलों ने मिनपा गांव में अपना शिविर सफलतापूर्वक स्थापित किया. अब रोज बनाकर यहां सुविधाएं पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

naxal affected minpa village in Chhattisgarh finally to get road connectivity after 3 decades
ड्यूटी पर लगे जवान

'नक्सलियों के हौसले पस्त,इसलिए जारी किया मिनपा हमले के बाद का वीडियो'

1000 से ज्यादा जवान दे रहे सुरक्षा

मिनपा गांव के पास के क्षेत्रों में बिजली की लाइनें बिछाई जा रही हैं. पुलों का निर्माण भी चल रहा है. जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल और विशेष पुलिस इकाई कोबरा और सीआरपीएफ सहित विभिन्न एजेंसियों के 1000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि विकास कार्य नक्सलियों द्वारा बाधित न हो.

naxal affected minpa village in Chhattisgarh finally to get road connectivity after 3 decades
मिनपा में बन रही सड़क

सड़क बनने से ग्रामीण खुश

गांव के रहने वाले एक युवक ने बताया कि गांव में सड़क नहीं होने से बहुत परेशानी होती है. पानी के इंतजाम भी नहीं है. पटवारी भी नहीं आता है. सड़क बनने से अच्छा रहेगा और बिजली आ गई तो सुविधा हो जाएगी.

गांव में पहुंचेगा विकास: आईजी

बस्तर आई सुंदरराज पी ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए रोड बड़ी सौगात होती है. एक बार सड़क बनने के बाद तमाम सुविधाएं पहुंचाना आसान हो जाता है. बिजली आपूर्ति, पीडीएस शॉप, आंगनबाड़ी केंद्र, पीएचसी जैसे मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने में सफलती मिलती है. पहले इन इलाकों में एबुलेंस तक नहीं पहुंच पाती थी. स्वास्थ्य कार्यकर्ता सेवा नहीं दे पाते थे. लाइट नहीं होने की वजह से बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते थे. लेकिन सड़क बनने के बाद अब सुविधाएं मिनपा गांव तक पहुंचेंगी और युवाओं में सकारात्मक संदेश जाएगा.

सुकमा: सुविधाओं से महरूम होना क्या होता कोई नक्सल प्रभावित गांवों से पूछे. मूलभूत चीजों के लिए भी जद्दोजहद करते वनांचलों और नक्सलवाद से पीड़ित गांवों के लोग की किस्मत में सड़क, बिजली, स्कूल, अस्पताल यहां तक कि राशन दुकानें अब तक नहीं लिख पाई हैं. इन सबके बीच मिनपा गांव उम्मीद की किरण बना है. तीन दशक से मुख्यधारा से कटे इस गांव में रौनक लौटने की आशा है. पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों की सुरक्षा के साए में यहां सड़क बनाई जा रही है.

मिनपा में बन रही सड़क

नक्सलियों का मीटिंग प्वॉइंट माना जाने वाला मिनपा गांव तीन दशक तक मुख्यधारा से कटा था. आस-पास के गांव जाने तक के लिए भी यहां सड़क नहीं थी. इस बीच यहां शासन-प्रशासन ने कैंप लगाने का फैसला लिया. लेकिन नक्सलियों ने 21 मार्च, 2020 को एक बड़ा हमला किया. इस अटैक में 17 जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवान शहीद हो गए और 14 अन्य घायल हो गए थे. सुरक्षा बलों ने मिनपा गांव में अपना शिविर सफलतापूर्वक स्थापित किया. अब रोज बनाकर यहां सुविधाएं पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

naxal affected minpa village in Chhattisgarh finally to get road connectivity after 3 decades
ड्यूटी पर लगे जवान

'नक्सलियों के हौसले पस्त,इसलिए जारी किया मिनपा हमले के बाद का वीडियो'

1000 से ज्यादा जवान दे रहे सुरक्षा

मिनपा गांव के पास के क्षेत्रों में बिजली की लाइनें बिछाई जा रही हैं. पुलों का निर्माण भी चल रहा है. जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल और विशेष पुलिस इकाई कोबरा और सीआरपीएफ सहित विभिन्न एजेंसियों के 1000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि विकास कार्य नक्सलियों द्वारा बाधित न हो.

naxal affected minpa village in Chhattisgarh finally to get road connectivity after 3 decades
मिनपा में बन रही सड़क

सड़क बनने से ग्रामीण खुश

गांव के रहने वाले एक युवक ने बताया कि गांव में सड़क नहीं होने से बहुत परेशानी होती है. पानी के इंतजाम भी नहीं है. पटवारी भी नहीं आता है. सड़क बनने से अच्छा रहेगा और बिजली आ गई तो सुविधा हो जाएगी.

गांव में पहुंचेगा विकास: आईजी

बस्तर आई सुंदरराज पी ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए रोड बड़ी सौगात होती है. एक बार सड़क बनने के बाद तमाम सुविधाएं पहुंचाना आसान हो जाता है. बिजली आपूर्ति, पीडीएस शॉप, आंगनबाड़ी केंद्र, पीएचसी जैसे मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने में सफलती मिलती है. पहले इन इलाकों में एबुलेंस तक नहीं पहुंच पाती थी. स्वास्थ्य कार्यकर्ता सेवा नहीं दे पाते थे. लाइट नहीं होने की वजह से बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते थे. लेकिन सड़क बनने के बाद अब सुविधाएं मिनपा गांव तक पहुंचेंगी और युवाओं में सकारात्मक संदेश जाएगा.

Last Updated : Jul 15, 2021, 10:36 PM IST
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