सुकमा: रक्षा का वचन तो सब देते हैं लेकिन ये जवान सच में देवदूत बन कर बहनों की रक्षा के लिए बाढ़ के पानी से भरे नदी में उतर आए. ताकि किसी भाई की कलाई सूनी न रहे और उसकी बहन उस तक सकुशल पहुंच जाए.
सुकमा में तैनात पुलिस और सीआरपीएफ के जवान अपनी कलाइयां सूनी रखकर बहनों को उनके भाइयों से मिलाने के लिए देवदूत साबित हुए हैं.
रक्षाबंधन पर भाइयों को राखी बांधने जा रही बहनों के लिए बाढ़ का पानी रोड़ा बन गया, बस क्या था ये जवान बहनों की परेशानी को देखते ही बाढ़ के पानी से भरे पुल में उतर गए और मानव श्रृंखला बनाकर बहनों को नदी पार कराया.
पानी में उतरे जवान
बस्तर समेत जिले में हुई भारी बारिश से आज भी कई नदी-नाले उफान पर है. उसकी वजह से अंदुरूनी इलाकों का सड़क संपर्क टूटा हुआ है. गुरुवार को सुकमा के गादीरास में बहने वाली मलगेर नदी पर बना पुल बाढ़ के पानी में डूब गया था. इसकी वजह से ग्रामीणों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में भी काफी परेशानी हो रही थी.
बहनों को कराया रास्ता पार
जिला बल और सीआरपीएफ वाहिनी के जवानों ने मानव श्रृंखला बनाकर ग्रामीणों को पुल पार कराया. जवानों ने छोर से दूसरे छोर तक रस्सी बांध दी और फिर उसे पकड़कर खड़े हो गए. ताकि लोग बिना किसी डर के आसानी से रास्ते का अंदाजा लगाकर पुल को पार सकें.
सीआरपीएफ के अधिकारी कपिल देव ने बताया कि रक्षाबंधन पर भाइयों को राखी बांधने के लिए कई महिलाएं नदी के उस पार खड़ी थी. महिलाओं की परेशानी को देखते हुए जवानों ने नदी पर मानव श्रृंखला बनायी और महिलाओं को पार कराया.