सुकमा : ऋण धारकों ने फील्ड ऑफिसर और उनके अन्य साथियों पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. इसके साथ ही ऋण धारकों ने बैंक के सामने बीते शुक्रवार को प्रदर्शन भी किया है. इस दौरान पीड़ितों के पक्ष का समर्थन देने के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष और नगर पालिका अध्यक्ष मौके पर पहुंचे और एसबीआई के ब्रांच मैनेजर से मुलाकात कर पीड़ितों के रुपये वापस करने की मांग की है.
ऋण धारक मोहम्मद अफरोज ने बताया कि उसने अपनी पत्नी सफीउन निशा के नाम से जिला उद्योग केंद्र से मंडल वॉटर प्लांट लगाने के लिए आवेदन दिया था. फील्ड अफसर ने संबंधित से 6 पीडीसी चेक मांगे.
पत्नी सफिउन निशा के पास चेक नहीं होने पर फील्ड अफसर ने उसके नाम से बतौर गारंटी 4 पीडीसी चेक जमा कर लिए. लोन स्वीकृत होने के बाद 20 मार्च को 22 लाख 42 हजार रुपये खाते में जमा हुए.
फील्ड अफसर ने पत्नी के खाते से मेरे खाते में क्रेडिट के और पीडीसी चेक लगाकर 20 लाख रुपए निकाल लिए.
वहीं ऋणधारक संतोषी नाग ने बताया कि घर बनाने के लिए उन्होंने बैंक से पर्सनल लोन के लिए आवेदन दिया था. फील्ड अफसर विश्वजीत सिसोदिया ने सात लाख रुपये देने की बात कही थी. बतौर गारंटी विश्वजीत ने 8 चेक लिया था. कुछ दिन बाद खाते में दो लाख जमा हुए.
इसके बाद उसने फील्ड अफसर से पूछा कि सात लाख का लोन लिया है और केवल दो लाख आए हैं तो, फील्ड आफिसर ने जल्द ही बची हुई रकम खाते में आने का आश्वासन दिया. कई दिन बीत जाने के बाद भी खाते में एक रुपए नहीं आए. जब बैंक से जानकारी मिली कि गारंटी के तौर पर दिए 8 चेक से रकम निकाल लिए गए हैं.