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सुकमा: दिव्यांगजनों की तकलीफों को महसूस करने का अनोखा तरीका!

जिला कार्यालय में अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर और हाथों में छड़ी लेकर जाते दिखे. कुछ अफसर व्हील चेयर पर बैठकर कलेक्ट्रेट के गलियारों और विभिन्न कक्षों में जाने का प्रयास कर रहे थे. दिव्यांगजनों की तकलीफों को महसूस करने का अनोखा तरीका रहा, किसी ने आंखों पर पट्टी बांधकर जिया तो, किसी ने व्हील चेयर और बैसाखी के सहारे चलने का दर्द जाना.

disability day program sukma
विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर कार्यक्रम
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Published : Dec 3, 2019, 10:09 PM IST

Updated : Dec 4, 2019, 8:32 AM IST

सुकमा: विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजीव गांधी शिक्षा मिशन के सौजन्य से आकार संस्था ने स्व-अनुभव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें लिप रीडिंग, टंग रोलिंग, सांकेतिक भाषा, दृष्टि बाधित और आंखों पर पट्टी बांधकर चलने का डेमो रखा गया.

वीडियो.

जिला कार्यालय में अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर और हाथों में छड़ी लेकर जाते दिखे. कुछ अफसर व्हील चेयर पर बैठकर कलेक्ट्रेट के गलियारों और विभिन्न कक्षों में जाने का प्रयास कर रहे थे. दिव्यांगजनों की तकलीफों को महसूस करने का अनोखा तरीका दिखा, किसी ने आंखों पर पट्टी बांधी तो किसी ने व्हील चेयर और बैसाखी के सहारे चलने का दर्द जाना.

एसपी और कलेक्टर भी आंखों पर पट्टी बांधकर कुछ देर चले, थोड़ी दूर जाने के बाद उन्हें परेशानी होने लगी. फिर वहां मौजूद एक्सपर्ट ने उन्हें गाइड किया कि वह आवाज की दिशा में चले. कुछ अफसर व्हीलचेयर पर चलने की कोशिश की. ऐसा कर अधिकारियों ने दिव्यांगजनों को होने वाली दिक्कतों को व्यवहारिक रूप से समझने का प्रयास भी किया.

पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने माना कि किस तरह दिव्यांग कठिनाई का जीवन जी रहे हैं. फिर भी वह हिम्मत और हौसले से काम कर ले रहे हैं. आकार संस्था के अधीक्षक हरि कौशिक ने बताया कि स्वअनुभव कार्यक्रम के तहत एक सामान्य व्यक्ति को उन तमाम तकलीफों से रूबरू कराना था जो दिव्यांग आम जिंदगी में महसूस करते हैं.

सुकमा: विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजीव गांधी शिक्षा मिशन के सौजन्य से आकार संस्था ने स्व-अनुभव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें लिप रीडिंग, टंग रोलिंग, सांकेतिक भाषा, दृष्टि बाधित और आंखों पर पट्टी बांधकर चलने का डेमो रखा गया.

वीडियो.

जिला कार्यालय में अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर और हाथों में छड़ी लेकर जाते दिखे. कुछ अफसर व्हील चेयर पर बैठकर कलेक्ट्रेट के गलियारों और विभिन्न कक्षों में जाने का प्रयास कर रहे थे. दिव्यांगजनों की तकलीफों को महसूस करने का अनोखा तरीका दिखा, किसी ने आंखों पर पट्टी बांधी तो किसी ने व्हील चेयर और बैसाखी के सहारे चलने का दर्द जाना.

एसपी और कलेक्टर भी आंखों पर पट्टी बांधकर कुछ देर चले, थोड़ी दूर जाने के बाद उन्हें परेशानी होने लगी. फिर वहां मौजूद एक्सपर्ट ने उन्हें गाइड किया कि वह आवाज की दिशा में चले. कुछ अफसर व्हीलचेयर पर चलने की कोशिश की. ऐसा कर अधिकारियों ने दिव्यांगजनों को होने वाली दिक्कतों को व्यवहारिक रूप से समझने का प्रयास भी किया.

पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने माना कि किस तरह दिव्यांग कठिनाई का जीवन जी रहे हैं. फिर भी वह हिम्मत और हौसले से काम कर ले रहे हैं. आकार संस्था के अधीक्षक हरि कौशिक ने बताया कि स्वअनुभव कार्यक्रम के तहत एक सामान्य व्यक्ति को उन तमाम तकलीफों से रूबरू कराना था जो दिव्यांग आम जिंदगी में महसूस करते हैं.

Intro:दिव्यांगजनो की तकलीफों को महसूस करने का अनोखा तरीका, किसी ने ऑंखों पर पट्टी बांधकर जिया तो, किसी ने व्हील चेयर व बैसाखी के सहारे चलने का दर्द जाना...

सुकमा. मंगलवार को जिला कार्यालय में अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधकर और हाथों में छड़ी लेकर जाते दिखे. कुछ अफसर व्हील चेयर पर बैठकर कलेक्ट्रेट के गलियारों और विभिन्न कक्षों में जाने का प्रयास कर रहे थे. ऐसा दिव्यांगों की तकलीफों को महसूस करने के लिए किया गया.

विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजीव गांधी शिक्षा मिशन के सौजन्य से आकर संस्था द्वारा स्व अनुभव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें लिप रीडिंग, टँग रोलिंग, सांकेतिक भाषा, दृष्टि बाधित और आंखों पर पट्टी बांधकर चलने का डेमो रखा गया. इस आयोजन के पीछे संस्था का उद्देश्य था कि दिव्यांग जनों को होने वाली तकलीफों को सम्मानित व्यक्ति भी महसूस कर सके.


Body:एसपी एसपी और कलेक्टर ने आंखों पर पट्टी बांधकर कुछ देर चले. थोड़ी दूर जाने के बाद उन्हें परेशानी होने लगी. फिर वहां मौजूद एक्सपर्ट ने उन्हें गाइड किया कि वह आवाज की दिशा में चले. कुछ अफसर व्हीलचेयर पर चलने की कोशिश की. ऐसा कर अधिकारियों ने दिव्यांग जनों को होने वाली दिक्कतों को व्यवहारिक रूप से समझने का प्रयास भी किया.


Conclusion:पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने माना कि किस तरह दिव्यांग कठिनाई का जीवन जी रहे हैं. फिर भी वह हिम्मत और हौसले से काम कर ले रहे हैं. आकार संस्था के अधीक्षक हरि कौशिक ने बताया कि स्व अनुभव कार्यक्रम के तहत एक सामान्य व्यक्ति को उन तमाम तकलीफों से रूबरू कराना था जो दिव्यांग आम जिंदगी में महसूस करते हैं.
Last Updated : Dec 4, 2019, 8:32 AM IST
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