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सुकमा : CM ने लिया गौठान का जायजा, प्रसंस्करण लगाने की बात भी कही

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा के गीदम में गौठान का जायजा लिया. साथ ही गर्भवती महिलाओं को सुपोषण टोकरी देकर बच्चों को भोजन भी करवाया.

CM भूपेश का सुकमा दौरा
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Published : Nov 7, 2019, 9:10 PM IST

Updated : Nov 7, 2019, 10:20 PM IST

सुकमा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को सुकमा जिले के दौरे पर रहे. यहां उन्होंने गीदम स्थित गौठान का अवलोकन किया. गौठान संचालन समिति और ग्रामीणों के साथ चर्चा भी की और कहा कि, 'ग्रामीणों की आमदनी बढ़ाने के लिए गौठानों की स्थापना की गई है. यहां केंचुआ खाद का उत्पादन कर अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है'.

सुकमा : CM ने लिया गौठान का जायजा

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को मुर्गीपालन के लिए प्रोत्साहित करते हुए मुर्गी शेड निर्माण के निर्देश दिए. साथ ही यहां पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी बनाने की बात भी कही.

स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार

सीएम ने कहा कि, 'पौधे तैयार करने के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग नहीं किया जाएगा, बल्कि इसके लिए पर्यावरण के अनुकूल बांस की थैलियां तैयार की जाएंगी. पौधों की सुरक्षा के लिए भी बांस के ट्री-गार्ड तैयार किए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा'.

उन्होंने कहा कि, 'यहां दोना-पत्तल निर्माण इकाई और स्थानीय स्तर पर बहुतायात में मिलने वाले वन उत्पाद जैसे महुआ, टोरा, आंवला आदि के प्रसंस्करण की व्यवस्था भी की जाएगी'.

पढ़ें :जैविक खेती के लिए सब्सिडी और बाजार को लेकर निकाली रैली

गर्भवती माताओं को दी सुपोषण टोकरी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सुकमा जिले में 'संवरता सुकमा' कार्यक्रम की गतिविधियों का भी जायजा लिया. CM ने यहां गर्भवती माताओं को सुपोषण टोकरी दी और बच्चों को भोजन कराया. कार्यक्रम के दौरान सुकमा कलेक्टर चंदन कुमार भी मौजूद रहे.

सुकमा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को सुकमा जिले के दौरे पर रहे. यहां उन्होंने गीदम स्थित गौठान का अवलोकन किया. गौठान संचालन समिति और ग्रामीणों के साथ चर्चा भी की और कहा कि, 'ग्रामीणों की आमदनी बढ़ाने के लिए गौठानों की स्थापना की गई है. यहां केंचुआ खाद का उत्पादन कर अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है'.

सुकमा : CM ने लिया गौठान का जायजा

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को मुर्गीपालन के लिए प्रोत्साहित करते हुए मुर्गी शेड निर्माण के निर्देश दिए. साथ ही यहां पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी बनाने की बात भी कही.

स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार

सीएम ने कहा कि, 'पौधे तैयार करने के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग नहीं किया जाएगा, बल्कि इसके लिए पर्यावरण के अनुकूल बांस की थैलियां तैयार की जाएंगी. पौधों की सुरक्षा के लिए भी बांस के ट्री-गार्ड तैयार किए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा'.

उन्होंने कहा कि, 'यहां दोना-पत्तल निर्माण इकाई और स्थानीय स्तर पर बहुतायात में मिलने वाले वन उत्पाद जैसे महुआ, टोरा, आंवला आदि के प्रसंस्करण की व्यवस्था भी की जाएगी'.

पढ़ें :जैविक खेती के लिए सब्सिडी और बाजार को लेकर निकाली रैली

गर्भवती माताओं को दी सुपोषण टोकरी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सुकमा जिले में 'संवरता सुकमा' कार्यक्रम की गतिविधियों का भी जायजा लिया. CM ने यहां गर्भवती माताओं को सुपोषण टोकरी दी और बच्चों को भोजन कराया. कार्यक्रम के दौरान सुकमा कलेक्टर चंदन कुमार भी मौजूद रहे.

Intro:गीदम में मुख्यमंत्री ने किया गोठान का अवलोकन

सुकमा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को सुकमा जिले के रामपुरम के आश्रित गांव गीदम में स्थित गोठान का अवलोकन करते हुए। गोठान संचालन समिति और यहां के ग्रामीणों के साथ चर्चा के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों की आमदनी बढ़ाने के लिए गोठानो की स्थापना की गई है। यहां केंचुआ खाद का उत्पादन कर अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है।

उन्होंने ग्रामीणों को मुर्गीपालन के लिए प्रोत्साहित करते हुए यहां मुर्गीशेड निर्माण के निर्देश दिये। उन्होंने यहां पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पौधे तैयार करने के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग नहीं किया जाएगा, बल्कि इसके लिए पर्यावरण के अनुकूल बाँस की थैलियां तैयार की जाएंगी। पौधों की सुरक्षा के लिए भी यहीं बाँस के ट्री-गार्ड तैयार की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही यहां दोना पत्तल निर्माण इकाई और स्थानीय स्तर पर बहुतायात में मिलने वाले वन उत्पाद जैसे महुआ, टोरा, आंवला आदि के प्रसंस्करण की व्यवस्था भी की जाएगी

Body:गर्भवती माताओं को दी सुपोषण टोकरी और बच्चों को कराया भोजन....
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सुकमा जिले में कुपोषण की दर को कम करने के लिए प्रारंभ किए गए ‘संवरता सुकमा‘ कार्यक्रम के तहत संचालित गतिविधियों का अवलोकन आज रामपुरम ग्राम पंचायत के आश्रित गांव गीदम में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र में किया। मुख्यमंत्री ने यहां गर्भवती माताओं को सुपोषण टोकरी दी और बच्चों को गर्म भोजन कराया।

Conclusion:कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि जिले के 1 से 6 वर्ष के बच्चों के साथ ही गर्भवती और शिशुवती महिलाओं को सप्ताह में तीन दिन अण्डा दिया जा रहा हैं और एक से 3 वर्ष के बच्चों व गर्भवती-शिशुवती महिलाओं को रागी की खिचड़ी या हलवा या उपमा दी जा रही हैं। 1 से 3 वर्ष तक बच्चों को बिस्किट और 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को चिक्की दी जा रही हैं।
Last Updated : Nov 7, 2019, 10:20 PM IST
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