सुकमा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को सुकमा जिले के दौरे पर रहे. यहां उन्होंने गीदम स्थित गौठान का अवलोकन किया. गौठान संचालन समिति और ग्रामीणों के साथ चर्चा भी की और कहा कि, 'ग्रामीणों की आमदनी बढ़ाने के लिए गौठानों की स्थापना की गई है. यहां केंचुआ खाद का उत्पादन कर अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है'.
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को मुर्गीपालन के लिए प्रोत्साहित करते हुए मुर्गी शेड निर्माण के निर्देश दिए. साथ ही यहां पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी बनाने की बात भी कही.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
सीएम ने कहा कि, 'पौधे तैयार करने के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग नहीं किया जाएगा, बल्कि इसके लिए पर्यावरण के अनुकूल बांस की थैलियां तैयार की जाएंगी. पौधों की सुरक्षा के लिए भी बांस के ट्री-गार्ड तैयार किए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा'.
उन्होंने कहा कि, 'यहां दोना-पत्तल निर्माण इकाई और स्थानीय स्तर पर बहुतायात में मिलने वाले वन उत्पाद जैसे महुआ, टोरा, आंवला आदि के प्रसंस्करण की व्यवस्था भी की जाएगी'.
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गर्भवती माताओं को दी सुपोषण टोकरी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सुकमा जिले में 'संवरता सुकमा' कार्यक्रम की गतिविधियों का भी जायजा लिया. CM ने यहां गर्भवती माताओं को सुपोषण टोकरी दी और बच्चों को भोजन कराया. कार्यक्रम के दौरान सुकमा कलेक्टर चंदन कुमार भी मौजूद रहे.