सुकमा: छत्तीसगढ़ में अब सुरक्षा बलों के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने भी नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ये ग्रामीण नक्सलियों से उन्हें मुख्यधारा में लौटने की अपील कर रहे हैं. इसका परिणाम भी सामने आने लगा है. ग्रामीणों की अपील पर एक लाख रुपये का इनामी नक्सली समेत 8 जन मिलिशिया के सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया है.
अंदरूनी इलाके में शिक्षा, स्वास्थ्य की मांग
ग्रामीणों का मानना है कि नक्सलवाद के कारण जिले के अंदरूनी इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं आज तक नहीं है. इनका मानना है कि अगर नक्सलवाद खत्म जो जाएगा तो जिले के अंदरूनी इलाकों में भी सड़क के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं उनतक पहुंच जाएगी. इधर, पुलिस लगातार नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत स्थानीय लोगों से मधुर संबंध बनाने की कोशिश कर रही है, जिससे जिले के अंदरूनी इलाकों तक लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके.
40-50 ग्रामीणों ने खोला है मोर्चा
सुकमा जिले के फुलबगड़ी थाना क्षेत्र के पोंगाभेजी गांव के ग्रामीणों ने पुलिस के साथ नक्सलवाद के खिलाफ लड़ने का मन बना लिया है. रविवार को 40 से 50 की संख्या में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे. यहां पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर ग्रामीणों ने नक्सल संगठन में ग्राम स्तर पर काम करने वाले एक लाख का इनामी जन मिलिशिया कमांडर पूनेम गंगा समेत 8 नक्सलियों का आत्मसमर्पण कराया. ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा से नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई के एवज में गांव में मूलभूत सुविधाओं की मांग की है, जिसपर सुकमा के एसपी शलभ सिन्हा ने ग्रामीणों को उनके गांव में जल्द ही शिक्षा, स्वास्थ्य और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने का आश्वासन दिया.
गांव में हर संभव मदद का आश्वासन
पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान और अन्य प्रचार माध्यमों से लगातार जिले में नक्सलवाद से दूर रहने के लिए ग्रामीणों को समझाया जा रहा है. पुलिस की इसी कोशिश से 13 जुलाई को फुलबगड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम पोंगाभेजी से बड़ी संख्या में महिला-पुरुष जिला मुख्यालय पहुंचे थे. एसपी ने कहा कि ग्रामीणों ने भविष्य में नक्सलवाद से दूर रहने और गांव में नक्सली संगठन में काम नहीं करने का संकल्प लिया है. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने अपने साथ लेकर आए 3 मिलिशिया सदस्यों का समर्पण कराया और गांव में काम करने वाले अन्य नक्सली सदस्यों का सरेंडर कराने का वादा किया था. जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने वादे मुताबिक रविवार को एक लाख के इनामी जन मिलिशिया कमांडर पुनेम गंगा समेत 8 मिलिशिया सदस्यों का समर्पण कराया है. एसपी ने कहा, 'ग्रामीण चाहते हैं कि उनके गांव में मूलभूत सुविधाएं हों, जिसपर हमने वादा किया है गांव में हर संभव मदद करेंगे.'