सरगुजा: कोल खदान के खिलाफ ग्रामीणों का अनोखा आंदोलन चल रहा है. प्रकृति को बचाने के लिये ग्रामीण कोल खदान का विरोध कर रहे हैं और इसलिये आंदोलन का तरीका भे बेहद निराला निकाला है. महिलाओं ने चिपको आंदोलन शुरू किया है, जिसमें पेड़ से चिपक कर महिलाएं विरोध दर्ज करा रही हैं.
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परसा कोल खदान के विरोध में विगत 2 मार्च 2022 से ग्राम हरिहरपुर में जारी ग्रामीणों का आंदोलन लगातार बढ़ता जा रहा है. ग्रामीणों ने विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर शुक्रवार से पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन शुरू किया है. ग्रामीण महिलाएं सुबह से जंगल की ओर पहुंचकर पेड़ों को पकड़ कर खड़े हो जा रहे हैं. शनिवार को महिलाओं की काफी संख्या को देखकर तथा ग्रामीण महिलाओं द्वारा मना किये जाने के बाद पेड़ों की गणना में लगे. मजदूर कुछ काम करके वापस चले आए हैं. ग्रामीण महिलाएं पेड़ों की रक्षा के लिए कृत संकल्पित दिखे. लगभग 150 की संख्या में महिलाएं साल्ही के महादेव डांड़ जंगल पहुचीं हुई थी.
वन परिक्षेत्राधिकारी सपना मुखर्जी ने बताया कि शनिवार को पेड़ों की गणना का काम चल रहा था. कार्यस्थल पर कुछ महिलाओं के पहुंचने और काम बंद करने के लिए कहने के बाद काम में लगे मजदूर काम बन्द कर वापस आ गए हैं. अभी तक लगभग 250 पेड़ों की गणना की जा चुकी है.