सरगुजा: फारेस्ट रेंज सरगुजा के अंतर्गत कोरिया जिले में स्थिति गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में एक बाघ का बच्चा फारेस्ट की ग्राउंड टीम ने देखा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि यह शावक मध्यप्रदेश के संजय गांधी नेशनल पार्क से यहां आया होगा.
दरअसल मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ विभाजन से पूर्व दोनों नेशनल पार्क एक ही थे, प्रदेश विभाजन के बाद दो अलग-अलग राष्ट्रीय उद्यान अस्तित्व में आये. लिहाजा दोनों नेशनल पार्क की सीमा भी जुड़ी हुई है और ऐसे में जानवरों का एक जगह से दूसरे जगह जाना संभव है.
पहले दो बाघों के आने की थी खबर
इस संबंध में हमने वाइल्ड लाइफ सीएफ एस.एस. कंवर से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि यहां 2 बाघ होने की खबर थी. अभी ग्राउंड स्टाफ ने बताया कि एक बच्चा भी इन बाघों के साथ है. वन विभाग की टीम खोज में लगी है, लेकिन अब तक बाघ के शावक के साक्ष्य उन्हें नहीं मिले हैं.
40 में से 20 सीसीटीवी ही कर रहे काम
सीएफ ने बताया कि इस क्षेत्र में 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें से 20 कैमरे ही अभी चालू हालत में हैं. बाकी के 20 कैमरे निकाल लिए गए हैं. लेकिन लगे हुए 20 कैमरों में भी शावक की तस्वीर रिकार्ड नहीं हुई है.
वन विभाग के लिए अच्छी खबर
बहरहाल बाघ के संरक्षण की बड़ी जिम्मेदारी वन विभाग के कंधों पर है. अगर सरगुज़ा के फारेस्ट में बाघ है तो वन विभाग के लिए अच्छी खबर के साथ-साथ ये एक बड़ी जिम्मेदारी वाली बात भी है.