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6 साल का हुआ जेरी, बेटे सा पाता है प्यार, इंसान और जानवर के प्रेम की अनोखी कहानी

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Published : Dec 12, 2019, 10:23 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

इंसानों को जन्मदिन मनाते तो आपने कई बार देखा और सुना होगा. लेकिन क्या आपने कभी जानवरों का जन्मदिन मनाते देखा है. आज हम आपको एक ऐसे परिवार के बारे में बताएंगे जो एक जानवर का जन्मदिन एक इंसान की तरह मनाते हैं.

Special story on birthday celebration of a Dog in ambikapur
जेरी का जन्मदिन

सरगुजा/अंबिकापुर: मोहब्बत कब कहां और किससे हो जाए ये न सोचा जा सकता और न ही बताया जा सकता है. कुछ ऐसा ही सरगुजा जिले के अंबिकापुर में देखा जा रहा है. प्रेम की ऐसी मिसाल जो शायद आपने पहले न देखी होगी और न ही सुनी होगी. हम बात कर रहे हैं अंबिकापुर के दर्रीपारा में रहने वाले एक ऐसे शख्स की जो अपने कुत्ते से बेइंतहा प्यार करता है. इस प्यार की दास्तान ऐसी है कि वो हर साल अपने कुत्ते का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाता है. ये जन्मदिन किसी भी इंसान के जन्मदिन से कम नहीं होता.

जेरी का जन्मदिन

दर्री पारा के रहने वाले देव कुमार 6 साल पहले 2014 में छोटे से कुत्ते के बच्चे को अपने घर लाए थे. घर पर जब जेरी को लाया गया तब वो ठीक से खा भी नहीं पाता था. ऐसे में देव कुमार की पत्नी सुनीता ने उसे अपने बेटे की तरह उसे पाला और आज वह 6 साल का हो चुका है. देव कुमार का कहना है कि जेरी उनके घर पर एक सदस्य की तरह रहता है. वो और उनकी पत्नी जेरी को अपने बच्चे की तरह मानते हैं. वह उनके साथ सोता है और उन्हीं के साथ उठता भी है. शुरू से ही सुनीता और देव कुमार जेरी का जन्मदिन मनाते हैं. इसके लिए बकायदा पार्टी आयोजित की जाती है. पकवान बनाए जाते हैं और मेहमान को भी बुलाया जाता है.

लोगों को रहता है बर्थडे का इंतजार
शुरुआत में जेरी के जन्मदिन पार्टी में आसपास के लोग ही पहुंचते थे. लेकिन जैसे-जैसे अनोखी बर्थडे पार्टी की जानकारी लोगों को हुई तब से देव कुमार और सुनीता के रिश्तेदार और दोस्त भी इस खास बर्थडे पार्टी का इंतजार करते हैं. बर्थडे पार्टी पर पहुंचे लोगों का भी कहना है कि बच्चों-बुजुर्गों का जन्मदिन तो वो कई बार मनाते देखते हैं और सुनते हैं लेकिन एक जानवर का जन्मदिन उनके लिए बेहद खास है.

परिवार के सदस्य की तरह है जेरी: देव कुमार
इंसान और जानवरों का प्रेम लंबे अरसे से देखा जाता रहा है. यही प्रेम है कि एक परिवार कुत्ते को अपने परिवारिक सदस्य ही नहीं बल्कि अपने बेटे की तरह पाल रहा है. देव कुमार कहते हैं कि जेरी हमारे बेटे जैसा है. ऐसे में कहा जा सकता है कि जब प्रेम हो तो जरूरी नहीं कि वह इंसान से ही हो. जानवरों से भी प्रेम किया जा सकता है. जेरी और देव कुमार के इस अनूठे प्रेम को देखकर कहा जा सकता है कि सच्चा हमदर्द कोई भी हो सकता है. फिर चाहे वो इंसान हो या जानवर.

सरगुजा/अंबिकापुर: मोहब्बत कब कहां और किससे हो जाए ये न सोचा जा सकता और न ही बताया जा सकता है. कुछ ऐसा ही सरगुजा जिले के अंबिकापुर में देखा जा रहा है. प्रेम की ऐसी मिसाल जो शायद आपने पहले न देखी होगी और न ही सुनी होगी. हम बात कर रहे हैं अंबिकापुर के दर्रीपारा में रहने वाले एक ऐसे शख्स की जो अपने कुत्ते से बेइंतहा प्यार करता है. इस प्यार की दास्तान ऐसी है कि वो हर साल अपने कुत्ते का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनाता है. ये जन्मदिन किसी भी इंसान के जन्मदिन से कम नहीं होता.

जेरी का जन्मदिन

दर्री पारा के रहने वाले देव कुमार 6 साल पहले 2014 में छोटे से कुत्ते के बच्चे को अपने घर लाए थे. घर पर जब जेरी को लाया गया तब वो ठीक से खा भी नहीं पाता था. ऐसे में देव कुमार की पत्नी सुनीता ने उसे अपने बेटे की तरह उसे पाला और आज वह 6 साल का हो चुका है. देव कुमार का कहना है कि जेरी उनके घर पर एक सदस्य की तरह रहता है. वो और उनकी पत्नी जेरी को अपने बच्चे की तरह मानते हैं. वह उनके साथ सोता है और उन्हीं के साथ उठता भी है. शुरू से ही सुनीता और देव कुमार जेरी का जन्मदिन मनाते हैं. इसके लिए बकायदा पार्टी आयोजित की जाती है. पकवान बनाए जाते हैं और मेहमान को भी बुलाया जाता है.

लोगों को रहता है बर्थडे का इंतजार
शुरुआत में जेरी के जन्मदिन पार्टी में आसपास के लोग ही पहुंचते थे. लेकिन जैसे-जैसे अनोखी बर्थडे पार्टी की जानकारी लोगों को हुई तब से देव कुमार और सुनीता के रिश्तेदार और दोस्त भी इस खास बर्थडे पार्टी का इंतजार करते हैं. बर्थडे पार्टी पर पहुंचे लोगों का भी कहना है कि बच्चों-बुजुर्गों का जन्मदिन तो वो कई बार मनाते देखते हैं और सुनते हैं लेकिन एक जानवर का जन्मदिन उनके लिए बेहद खास है.

परिवार के सदस्य की तरह है जेरी: देव कुमार
इंसान और जानवरों का प्रेम लंबे अरसे से देखा जाता रहा है. यही प्रेम है कि एक परिवार कुत्ते को अपने परिवारिक सदस्य ही नहीं बल्कि अपने बेटे की तरह पाल रहा है. देव कुमार कहते हैं कि जेरी हमारे बेटे जैसा है. ऐसे में कहा जा सकता है कि जब प्रेम हो तो जरूरी नहीं कि वह इंसान से ही हो. जानवरों से भी प्रेम किया जा सकता है. जेरी और देव कुमार के इस अनूठे प्रेम को देखकर कहा जा सकता है कि सच्चा हमदर्द कोई भी हो सकता है. फिर चाहे वो इंसान हो या जानवर.

Intro:अम्बिकापुर : मोहब्बत कब कहा किसे किससे हो जाये यह ना सोचा जा सकता और ना ही बताया जा सकता है कुछ ऐसा ही सरगुजा जिले के अंबिकापुर में देखा जा रहा है प्रेम की ऐसी मिसाल जो शायद आपने पहले न देखी होगी और ना ही सुनी होगी हम बात कर रहे हैं अंबिकापुर के दरी पारा में रहने वाले एक सख्त की जो अपने कुत्ते से बेइंतहा प्यार करता है और इस प्यार की दास्तान एसी है कि वह हर वर्ष अपने कुत्ते का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से सेलिब्रेट करता है यह जन्मदिन किसी भी इंसान के जन्मदिन से कम नहीं होता.

दरअसल यह पूरा आयोजन किसी इंसान के लिए नहीं बल्कि एक कुत्ते के लिए किया गया है जिसका नाम जेरी है दर्री पारा के रहने वाले देव कुमार ने करीब 6 साल पहले 2014 में छोटे से कुत्ते के बच्चे को अपने घर लाया था घर पर पत्नी के सुने पन को दूर करने के लिए जब जेरी को लाया गया तब वह ठीक से खा भी नहीं पाता था ऐसे में देव कुमार की पत्नी सुनीता ने उसे अपने बेटे की तरह पाला और आज वह 6 साल का हो चुका है देव कुमार का कहना है कि जेरी उनके घर पर एक सदस्य की तरह रहता है और वह और उनकी पत्नी जेरी को अपने बच्चे की तरह मानते हैं वह उनके साथ सोता है और उन्हीं के साथ उठता भी है जेरी के आने से उनके घर में खुशियां आई और उनके लिए जेरी लकी साबित हुआ और शुरू से ही सुनीता और देव कुमार अपने प्यारे कुत्ते का जन्म दिवस मनाते हैं इसके लिए बकायदा पार्टी आयोजित की जाती है पकवान बनाए जाते हैं और मेहमान को भी आमंत्रित किया जाता है।

शुरुआत में जेरी के जन्मदिन पार्टी में आसपास के लोग ही पहुंचते थे मगर जैसे-जैसे अनोखी बर्थडे पार्टी की जानकारी लोगों को हुई अब आसपास के लोगों के साथ देव कुमार और सुनीता के रिश्तेदार और दोस्त भी इस खास बर्थडे पार्टी का इंतजार करते हैं बर्थडे पार्टी पर पहुंचे लोगों का भी कहना है कि बच्चों बुजुर्गों का जन्मदिवस तो वह कई बार मनाते देखते और सुनते हैं मगर कुत्ते का जन्मदिन बड़ा खास होता है और वह हर बार कुत्ते की बर्थडे पार्टी में पहुंचकर उसे सेलिब्रेट करते हैं यहां पहुंचने वाले लोगों का भी कहना है कि यह मौका उनके लिए भी बेहद खास होता है।

इंसान और जानवरों का प्रेम लंबे अरसे से देखा जाता रहा है और यही प्रेम है कि एक परिवार कुत्ते को अपने परिवारिक सदस्य बल्कि अपने बेटे की तरह पाल रहा है ऐसे में कहा जा सकता है कि जब प्रेम हो तो जरूरी नहीं कि वह इंसान से ही हो बल्कि जानवरों से भी बेइंतेहा प्रेम किया जा सकता है जेरी और देव कुमार की इस अनूठे प्रेम को देखकर कहा जा सकता है कि सच्चा हमदर्द कोई भी हो सकता है वह इंसान हो या फिर जानवर।

Body:बाइट01_सुनीता देवी कुत्ते की मालकिन (नीला दुपट्टा)
बाइट02_देव कुमार कुत्ते का मालिक (ब्लैक जैकेट)
बाइट04_दिलीप पासवान मेहमान (नीली टी शर्ट पहने)

वसीम अली अम्बिकापुरConclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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