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अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में पीजी की राह आसान

सरगुजा मेडिकल कॉलेज में पीजी के कोर्स को जल्द मान्यता मिल जाएगी. कॉलेज प्रबंधन को कई विषयों में एलओआई मिल चुका है.इसके साथ ही अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ के मेडिकल कॉलेजों की सीटें बढ़ जाएंगी.

Ambikapur Medical College news
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज
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Published : Aug 16, 2022, 11:11 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा : अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में पीजी के क्लास को लेकर मान्यता की प्रक्रिया चल रही है. इस बीच कॉलेज प्रबंधन को 9 विषयों को लेकर एलओआई मिल चुका है. अब कॉलेज प्रबंधन को लेटर ऑफ परमिशन का इंतजार है. एलओआई मिलने के बाद पीजी की कक्षाओं के लिए मान्यता मिलने की राह भी लगभग आसान हो गई है और जल्द ही स्नातकोत्तर की कक्षाओं के लिए अनुमति मिलने की संभावना है.

करीब 13 विषयों को लेकर निरीक्षण हुआ: राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए एनएमसी को आवेदन किया था. कॉलेज प्रबंधन ने 15 विषयों में एमडी एमएस की 48 सीटों के लिए मान्यता मांगी थी. कॉलेज प्रबंधन के आवेदन के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा अब तक 13 विषयों के लिए निरीक्षण का कार्य पूरा किया जा चुका है. जबकि ऑर्थोपेडिक और फिजियोलॉजी विषय के लिए निरीक्षण अभी बाकी है.


एनएमसी से मिला लेटर ऑफ इंटेंट:इस बीच एक अच्छी खबर यह है कि निरीक्षण के बाद 13 विषयों में से 9 विषयों से एमडी-एमएस के लिए कॉलेज प्रबंधन को एनएमसी से लेटर ऑफ इंटेंट, एलओआई दे दिया गया है. 13 विषयों में एनएमसी ने 29 सीटों के लिए एलओआई दिया है जबकि पैथोलॉजी, पीडियाट्रिक, ईएनटी और सर्जरी विभाग के लिए एलओआई मिलना बाकी है. कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इन विषयों के लिए भी जल्द ही एलओआई मिल जाएगा. वहीं अब अनुमति के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. कॉलेज प्रबंधन ने एनएमसी को शपथ पत्र दिया है जिसके तहत कॉलेज की पीजी कक्षाओं का संचालन एनएमसी के नियमों के अनुरूप किया जाएगा और शपथ पत्र देने के बाद जल्द ही कॉलेज को लेटर ऑफ परमिशन मिलने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें: सरगुजा में मौसमी बीमारी का कहर, अंबिकापुर में मरीजों की संख्या 800 के पार


प्रदेश में पीजी की सीटें बढ़ेंगी:कॉलेज को पीजी की कक्षाओं के संचालन की मान्यता मिलने और सीट आबंटन के बाद कॉलेज प्रबंधन द्वारा स्टेट और ऑल इंडिया कोटा से पीजी की कक्षाओं के लिए प्रवेश लिए जाएंगे. सरगुजा जैसे आदिवासी अंचल के लिये यह बड़ी उपलब्धि है. जहां एक डॉक्टर के लिए भी लोग परेशान होते थे अब वहां ना सिर्फ डॉक्टर बल्कि विषय विशेषज्ञ चिकत्सक तैयार होंगे. प्रदेश में पीजी नीट की सीटों में भी इससे इजाफा होगा. मेडिकल कालेज के डीन का कहना है "हमने 15 विषयों से पीजी के लिए आवेदन किया था जिसमें से 13 विषयों का निरीक्षण पूर्ण हो गया है और हमने 9 विषयों के लिए एलओआई भी मिल गई है. जल्द ही शेष विषयों के लिए एलओआई मिलने के बाद मान्यता भी मिल जाएगी.

सरगुजा : अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में पीजी के क्लास को लेकर मान्यता की प्रक्रिया चल रही है. इस बीच कॉलेज प्रबंधन को 9 विषयों को लेकर एलओआई मिल चुका है. अब कॉलेज प्रबंधन को लेटर ऑफ परमिशन का इंतजार है. एलओआई मिलने के बाद पीजी की कक्षाओं के लिए मान्यता मिलने की राह भी लगभग आसान हो गई है और जल्द ही स्नातकोत्तर की कक्षाओं के लिए अनुमति मिलने की संभावना है.

करीब 13 विषयों को लेकर निरीक्षण हुआ: राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए एनएमसी को आवेदन किया था. कॉलेज प्रबंधन ने 15 विषयों में एमडी एमएस की 48 सीटों के लिए मान्यता मांगी थी. कॉलेज प्रबंधन के आवेदन के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा अब तक 13 विषयों के लिए निरीक्षण का कार्य पूरा किया जा चुका है. जबकि ऑर्थोपेडिक और फिजियोलॉजी विषय के लिए निरीक्षण अभी बाकी है.


एनएमसी से मिला लेटर ऑफ इंटेंट:इस बीच एक अच्छी खबर यह है कि निरीक्षण के बाद 13 विषयों में से 9 विषयों से एमडी-एमएस के लिए कॉलेज प्रबंधन को एनएमसी से लेटर ऑफ इंटेंट, एलओआई दे दिया गया है. 13 विषयों में एनएमसी ने 29 सीटों के लिए एलओआई दिया है जबकि पैथोलॉजी, पीडियाट्रिक, ईएनटी और सर्जरी विभाग के लिए एलओआई मिलना बाकी है. कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इन विषयों के लिए भी जल्द ही एलओआई मिल जाएगा. वहीं अब अनुमति के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. कॉलेज प्रबंधन ने एनएमसी को शपथ पत्र दिया है जिसके तहत कॉलेज की पीजी कक्षाओं का संचालन एनएमसी के नियमों के अनुरूप किया जाएगा और शपथ पत्र देने के बाद जल्द ही कॉलेज को लेटर ऑफ परमिशन मिलने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें: सरगुजा में मौसमी बीमारी का कहर, अंबिकापुर में मरीजों की संख्या 800 के पार


प्रदेश में पीजी की सीटें बढ़ेंगी:कॉलेज को पीजी की कक्षाओं के संचालन की मान्यता मिलने और सीट आबंटन के बाद कॉलेज प्रबंधन द्वारा स्टेट और ऑल इंडिया कोटा से पीजी की कक्षाओं के लिए प्रवेश लिए जाएंगे. सरगुजा जैसे आदिवासी अंचल के लिये यह बड़ी उपलब्धि है. जहां एक डॉक्टर के लिए भी लोग परेशान होते थे अब वहां ना सिर्फ डॉक्टर बल्कि विषय विशेषज्ञ चिकत्सक तैयार होंगे. प्रदेश में पीजी नीट की सीटों में भी इससे इजाफा होगा. मेडिकल कालेज के डीन का कहना है "हमने 15 विषयों से पीजी के लिए आवेदन किया था जिसमें से 13 विषयों का निरीक्षण पूर्ण हो गया है और हमने 9 विषयों के लिए एलओआई भी मिल गई है. जल्द ही शेष विषयों के लिए एलओआई मिलने के बाद मान्यता भी मिल जाएगी.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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