सरगुजा: केंद्रीय जेल में अब कैदियों को बड़े शहरों की तर्ज पर ही अपने परिजन से फोन पर बात करने की सुविधा मिलेगी. कोरोना के संक्रमण को जेल में आने से रोकने के साथ ही कैदियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जेल प्रबंधन ने इंटरकॉम की सुविधा दी है.
इसके लिए जेल के अंदर और बाहर मिलाकर 28 टेलीफोन लगाए गए हैं और 14 बूथ की स्थापना की गई है. जेल में बंदियों से मुलाकात का सिलसिला शुरू होने पर अब वे इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. कोरोना काल में जेल के अंदर वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए फिलहाल कैदियों और उनके परिवारवालों के मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए की गई व्यवस्था
जेल प्रबंधन ने यह रोक इस लिए लगाई है ताकि, किसी भी तरह से संक्रमण जेल के अंदर न फैले. लेकिन शोधकर्ताओं के मुताबिक कोरोना संक्रमण का खतरा लंबे समय तक रहने वाला है. इसे देखते हुए जेल में भी इसके हिसाब से व्यवस्थाएं की जा रही हैं. जेल में कैदियों को मुलाकात के लिए इंटरकॉम फोन की सुविधा दी जाएगी. जेल में मुलाकात का सिलसिला फिर से शुरू होने के बाद कैदियों को अपने परिजन से मुलाकात के लिए आमने-सामने बैठकर बात करने का मौका मिलेगा. ऐसी सुविधा सिर्फ बड़े शहरों की जेल में होती है.
आसानी से बात कर सकेंगे कैदी
जेल प्रबंधन का कहना है कि, मुलाकात के दौरान कक्ष में एक साथ कई कैदी होते हैं और उनके परिजन भी होते हैं, जिससे शोर ज्यादा होता है. इस दौरान कैदी अपने परिजन से ठीक से बात भी नहीं कर पाते. वहीं टेलीफोन से सीधे बात करने पर वे एक दूसरे की बातों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे और परेशानी भी नहीं होगी.
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जेल में कैदियों को बात करने की सुविधा प्रदान करने के लिए 14 बूथ बनाकर दोनों ओर 28 टेलीफोन लगाए गए हैं और इसके लिए बीएसएनएल से कनेक्शन लिया गया है. बूथ के बीच में टाइल्स से पार्टीशन किया गया है. इसके साथ ही जाली के बाद कांच भी लगाए गए हैं, ताकि लोग एक दूसरे को देख भी सकें. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण का खतरा भी इससे कम होगा.