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कभी देखा है 7 फीट का बैंगन का पौधा, 1 साल में देता है एक क्विंटल उत्पादन - brinjal Farmer Ditesh Roy

Brinjal cultivation in surajpur by Israeli method : आपने अभी तक बैंगन का दो से तीन फीट तक ऊंचा पौधा देखा होगा. आज हम आपको बताने जा रहे हैं सात फीट ऊंचे बैंगन के पौधे की खेती के बारे में. यह पौधा एक साल में करीब एक क्विंटल तक पैदावार देता है...

brinjal farming by Israeli method
सिलफिली गांव के दितेश रॉय ने किया कमाल
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Published : Feb 12, 2022, 6:22 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा/सूरजपुर : छत्तीसगढ़ में अब युवा भी खेती करने में रुचि ले रहे हैं. युवाओं के खेती करने से कृषि के क्षेत्र में बड़े बदलाव भी देखने को मिल रहे हैं. ऐसे ही एक युवा ने इजराइली पद्धति का उपयोग कर बैंगन की अद्भुत फसल तैयार कर ली है. यह बैंगन का पौधा 7 से 8 फीट तक ऊंचा होता है. इतना ही नहीं इस पौधे की उम्र एक वर्ष से डेढ़ वर्ष तक होती है. एक वर्ष में एक पौधा करीब-करीब एक क्विंटल तक बैंगन की फसल उगाता है.

हाइब्रिड बैंगन का पौधा 120 दिन तक और 20-30 किलो देता है पैदावार
आप अगर बैंगन की खेती करते होंगे तो आपको हमारी यह बातें झूठ लग रही होंगी, क्योंकि ट्रेडिशनल बैंगन या आम हाइब्रिड बैंगन की फसल में अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला है. हाइब्रिड बैंगन 120 दिन तक ही पैदावार देते हैं और करीब 20 से 30 किलो तक ही उत्पादन देते हैं. इन पौधों की हाइट भी 2 से 3 फीट तक ही होती है. ऐसे में आपका सोचना कि 7 फीट ऊंचा बैंगन का पौधा और उस पौधे से एक क्विंटल से अधिक उत्पादन कैसे संभव है, यह बिल्कुल लाजिमी है. हम आपको आज यह बताने जा रहे हैं.

सिलफिली गांव के दितेश रॉय ने किया कमाल

मल्चिंग पद्धति से खेती बन रही आमदनी में सहायक, आसान हुई सब्जी की खेती

सूरजपुर के सिलफिली गांव के दितेश ने किया कमाल
दरअसल सरगुजा जिले की सीमा पर बसे सूरजपुर जिले के सिलफिली गांव के एक युवक दितेश रॉय (brinjal Farmer Ditesh Roy) ने यह कमाल किया है. उन्होंने इजराइल में ईजाद खेती के इस फॉर्मूले को न सिर्फ अपनाया बल्कि इसमें सफल भी हुए. भारत ने इस तकनीक को साल 2016 में अपनाया और तब से देश में अन्य राज्यों के किसान इस तरह से खेती कर रहे हैं. असल में जंगली बैंगन की जड़ और हाइब्रिड बैंगन के तने को ग्राफ्ट करके इसे लगाया जाता है.

मतलब आसान भाषा में कलम करके जैसे फूल और फलों की ग्राफ्टिंग की जाती थी, ठीक वैसे ही जंगली बैंगन और हाइब्रिड बैंगन की कलम को मिलाकर लगाया जाता है. साथ ही बैगन की इतनी उन्नत पैदावार लेने के लिए आपको खेती के उन्नत तरीके भी अपनाने होंगे. आवश्यक खाद, ड्रिप, दवा, मलचिन और अच्छी देखभाल से आप एक पौधे से एक वर्ष में एक क्विंटल से अधिक बैंगन का उत्पादन ले सकेंगे.

एक एकड़ जमीन में ग्राफ्टेड बैंगन के लग सकते हैं 2500 पौधे
दितेश ने अपने 4.5 एकड़ खेत में बैंगन की फसल लगाई है. जाहिर है उनका मुनाफा भी उतना ही अधिक है. आपको बता दें कि आप एक एकड़ जमीन में ग्राफ्टेड बैंगन के करीब 2500 पौधे लगा सकते हैं. दितेश एक युवक हैं. युट्यूबर हैं, लेकिन गांव में रहकर उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर खेती भी कर रहे हैं. वे युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं. खासकर आज के समय में जब बेरोजगारी चरम पर है. शिक्षा लेकर भी युवक बेरोजगार घूम रहे हैं, ऐसे में युवा खेती को मुख्य रोजगार बनाकर आधुनिक तरीकों के स्तेमाल से अधिक मुनाफा भी कमा सकते हैं.

सरगुजा/सूरजपुर : छत्तीसगढ़ में अब युवा भी खेती करने में रुचि ले रहे हैं. युवाओं के खेती करने से कृषि के क्षेत्र में बड़े बदलाव भी देखने को मिल रहे हैं. ऐसे ही एक युवा ने इजराइली पद्धति का उपयोग कर बैंगन की अद्भुत फसल तैयार कर ली है. यह बैंगन का पौधा 7 से 8 फीट तक ऊंचा होता है. इतना ही नहीं इस पौधे की उम्र एक वर्ष से डेढ़ वर्ष तक होती है. एक वर्ष में एक पौधा करीब-करीब एक क्विंटल तक बैंगन की फसल उगाता है.

हाइब्रिड बैंगन का पौधा 120 दिन तक और 20-30 किलो देता है पैदावार
आप अगर बैंगन की खेती करते होंगे तो आपको हमारी यह बातें झूठ लग रही होंगी, क्योंकि ट्रेडिशनल बैंगन या आम हाइब्रिड बैंगन की फसल में अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला है. हाइब्रिड बैंगन 120 दिन तक ही पैदावार देते हैं और करीब 20 से 30 किलो तक ही उत्पादन देते हैं. इन पौधों की हाइट भी 2 से 3 फीट तक ही होती है. ऐसे में आपका सोचना कि 7 फीट ऊंचा बैंगन का पौधा और उस पौधे से एक क्विंटल से अधिक उत्पादन कैसे संभव है, यह बिल्कुल लाजिमी है. हम आपको आज यह बताने जा रहे हैं.

सिलफिली गांव के दितेश रॉय ने किया कमाल

मल्चिंग पद्धति से खेती बन रही आमदनी में सहायक, आसान हुई सब्जी की खेती

सूरजपुर के सिलफिली गांव के दितेश ने किया कमाल
दरअसल सरगुजा जिले की सीमा पर बसे सूरजपुर जिले के सिलफिली गांव के एक युवक दितेश रॉय (brinjal Farmer Ditesh Roy) ने यह कमाल किया है. उन्होंने इजराइल में ईजाद खेती के इस फॉर्मूले को न सिर्फ अपनाया बल्कि इसमें सफल भी हुए. भारत ने इस तकनीक को साल 2016 में अपनाया और तब से देश में अन्य राज्यों के किसान इस तरह से खेती कर रहे हैं. असल में जंगली बैंगन की जड़ और हाइब्रिड बैंगन के तने को ग्राफ्ट करके इसे लगाया जाता है.

मतलब आसान भाषा में कलम करके जैसे फूल और फलों की ग्राफ्टिंग की जाती थी, ठीक वैसे ही जंगली बैंगन और हाइब्रिड बैंगन की कलम को मिलाकर लगाया जाता है. साथ ही बैगन की इतनी उन्नत पैदावार लेने के लिए आपको खेती के उन्नत तरीके भी अपनाने होंगे. आवश्यक खाद, ड्रिप, दवा, मलचिन और अच्छी देखभाल से आप एक पौधे से एक वर्ष में एक क्विंटल से अधिक बैंगन का उत्पादन ले सकेंगे.

एक एकड़ जमीन में ग्राफ्टेड बैंगन के लग सकते हैं 2500 पौधे
दितेश ने अपने 4.5 एकड़ खेत में बैंगन की फसल लगाई है. जाहिर है उनका मुनाफा भी उतना ही अधिक है. आपको बता दें कि आप एक एकड़ जमीन में ग्राफ्टेड बैंगन के करीब 2500 पौधे लगा सकते हैं. दितेश एक युवक हैं. युट्यूबर हैं, लेकिन गांव में रहकर उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर खेती भी कर रहे हैं. वे युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं. खासकर आज के समय में जब बेरोजगारी चरम पर है. शिक्षा लेकर भी युवक बेरोजगार घूम रहे हैं, ऐसे में युवा खेती को मुख्य रोजगार बनाकर आधुनिक तरीकों के स्तेमाल से अधिक मुनाफा भी कमा सकते हैं.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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