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Ambikapur News: स्वच्छता समूह की दीदियों ने दीदी बर्तन बैंक का ऐसे किया विस्तार - अम्बिकापुर में स्वच्छता समूह

अम्बिकापुर में स्वच्छता समूह की दीदियों ने दीदी बर्तन बैंक को दीदी बर्तन टेंट का रूप दिया है. इससे सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल में कमी आएगी और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा.

Didi Bartan Bank
दीदी बर्तन बैंक
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Published : Jun 9, 2023, 4:52 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

दीदी बर्तन बैंक का हुआ विस्तार

अम्बिकापुर: अंबिकापुर में अब शादी समारोह या फिर अन्य आयोजनों में प्लास्टिक के प्लेट और गिलास की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि अब शहर में स्वच्छता प्रबंधन करने के साथ समूह की दीदियां लोगों को आयोजनों के लिए बर्तन उपलब्ध करा रही हैं. इसके लिए इन दीदियों ने दीदी बर्तन बैंक को टेंट हाउस का रूप दिया है. इस दीदी बर्तन टेंट में आकर लोग आयोजनों के लिए बर्तन ले सकते हैं. इससे इन दीदियों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा.

800 लोगों के भोजन का बर्तन उपलब्ध: दीदी बर्तन टेंट में 8 सौ लोगों तक के भोजन वाले समारोह के बर्तन उपलब्ध कराने की सुविधा है. इस टेंट हाउस में स्टील के गिलास और प्लेट उपलब्ध कराए जाएंगे. इससे सिंगल यूज प्लास्टिक में कमी आएगी. सिंगल यूज प्लास्टिक के कम इस्तेमाल से पर्यावरण संरक्षण में सहायता मिलेगी.

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प्लास्टिक वेस्ट अधिक: दरअसल, ये दीदियां स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में डोर टू डोर कचरा प्रबंधन अभियान के तहत कचरा संग्रहण करती हैं. शहर के एसएलआरएम सेंटरों में शादी समारोह के साथ ही अन्य आयोजन स्थलों से भारी मात्रा में कचरा पहुंचता है. इस कचरे में सबसे अधिक मात्रा में प्लास्टिक के गिलास और प्लेट शामिल होते हैं. प्लास्टिक कचरा आज के समय में विश्व की सबसे बड़ी समस्या है. इससे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचता है.

2018 से बर्तन बैंक कर रहा था काम : नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई और महापौर अजय तिर्की की पहल से दीदियों के बर्तन बैंक को टेंट हाउस का रूप दिया गया. इस टेंट हाउस के माध्यम से आयोजनों में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी आएगी. बता दें कि साल 2018 से दीदी बर्तन बैंक संचालित हो रहा है. आठ समूह की दीदियों के माध्यम से आठ जगहों पर दीदी बर्तन बैंक चलाया जा रहा था. लेकिन दीदी बर्तन बैंक में सिर्फ बर्तन होने के कारण इसे खास रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा था. लोग दीदी बर्तन से सामान लेने में कतराते थे. इसलिए इसे दीदी बर्तन टेंट का रूप दिया गया.

बर्तनों के साथ-साथ टेबल कुर्सी भी उपलब्ध: पहले इन दीदियों के पास सिर्फ प्लेट, गिलास और छोटे-मोटे बर्तन ही उपलब्ध होते थे. लेकिन अब दीदी बर्तन बैंक में हर तरह के बर्तनों के साथ, टेबल-कुर्सी, टेंट-पंडाल, सर्विंग टेबल, ट्रे, कंटेनर सहित अन्य सामान मौजूद है. इस दीदी बर्तन टेंट के कारण लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करेंगे. इससे पर्यावरण को भी फायदा होगा और ये टेंट हाउस आठ समूह की दीदियों को आर्थिक लाभ भी देगा.

दीदी बर्तन बैंक का हुआ विस्तार

अम्बिकापुर: अंबिकापुर में अब शादी समारोह या फिर अन्य आयोजनों में प्लास्टिक के प्लेट और गिलास की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि अब शहर में स्वच्छता प्रबंधन करने के साथ समूह की दीदियां लोगों को आयोजनों के लिए बर्तन उपलब्ध करा रही हैं. इसके लिए इन दीदियों ने दीदी बर्तन बैंक को टेंट हाउस का रूप दिया है. इस दीदी बर्तन टेंट में आकर लोग आयोजनों के लिए बर्तन ले सकते हैं. इससे इन दीदियों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा.

800 लोगों के भोजन का बर्तन उपलब्ध: दीदी बर्तन टेंट में 8 सौ लोगों तक के भोजन वाले समारोह के बर्तन उपलब्ध कराने की सुविधा है. इस टेंट हाउस में स्टील के गिलास और प्लेट उपलब्ध कराए जाएंगे. इससे सिंगल यूज प्लास्टिक में कमी आएगी. सिंगल यूज प्लास्टिक के कम इस्तेमाल से पर्यावरण संरक्षण में सहायता मिलेगी.

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प्लास्टिक वेस्ट अधिक: दरअसल, ये दीदियां स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर में डोर टू डोर कचरा प्रबंधन अभियान के तहत कचरा संग्रहण करती हैं. शहर के एसएलआरएम सेंटरों में शादी समारोह के साथ ही अन्य आयोजन स्थलों से भारी मात्रा में कचरा पहुंचता है. इस कचरे में सबसे अधिक मात्रा में प्लास्टिक के गिलास और प्लेट शामिल होते हैं. प्लास्टिक कचरा आज के समय में विश्व की सबसे बड़ी समस्या है. इससे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचता है.

2018 से बर्तन बैंक कर रहा था काम : नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई और महापौर अजय तिर्की की पहल से दीदियों के बर्तन बैंक को टेंट हाउस का रूप दिया गया. इस टेंट हाउस के माध्यम से आयोजनों में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी आएगी. बता दें कि साल 2018 से दीदी बर्तन बैंक संचालित हो रहा है. आठ समूह की दीदियों के माध्यम से आठ जगहों पर दीदी बर्तन बैंक चलाया जा रहा था. लेकिन दीदी बर्तन बैंक में सिर्फ बर्तन होने के कारण इसे खास रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा था. लोग दीदी बर्तन से सामान लेने में कतराते थे. इसलिए इसे दीदी बर्तन टेंट का रूप दिया गया.

बर्तनों के साथ-साथ टेबल कुर्सी भी उपलब्ध: पहले इन दीदियों के पास सिर्फ प्लेट, गिलास और छोटे-मोटे बर्तन ही उपलब्ध होते थे. लेकिन अब दीदी बर्तन बैंक में हर तरह के बर्तनों के साथ, टेबल-कुर्सी, टेंट-पंडाल, सर्विंग टेबल, ट्रे, कंटेनर सहित अन्य सामान मौजूद है. इस दीदी बर्तन टेंट के कारण लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करेंगे. इससे पर्यावरण को भी फायदा होगा और ये टेंट हाउस आठ समूह की दीदियों को आर्थिक लाभ भी देगा.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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