सरगुजा: नेता या पार्षद अगर डोसा बेचते नजर आए तो आपको हैरत होगी क्योंकि जन प्रतिनिधि या नेता शानो शौकत में ही देखे जाते हैं (Ambikapur councilor Anita Ravindra Gupta Bharti). बड़ी गाड़ियां और वीआईपी जीवन शैली नेता बनते ही इंसान के जीवन मे प्रवेश कर जाती है. लेकिन अम्बिकापुर की एक महिला जन प्रतिनिधि डोसा बेचती हैं. स्वच्छता के क्षेत्र में देश मे अग्रणी नगर निगम अम्बिकापुर की पार्षद हैं. पति भी पूर्व पार्षद रह चुके हैं. परिवार से ही ये तीसरी पार्षद हैं. बावजूद इसके सादा जीवन और अपनी डोसे की दुकान में खुद डोसा बनाकर लोगों को खिलाती हैं (Ambikapur latest news).
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जरूरतमंद को फ्री में खिलाते हैं डोसा: उनके पति रविंद्र गुप्त भारती ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए बताया कि मेरी शुरू से ही समाज सेवा में रुचि रही है. हमारे परिवार से 3 बार जन प्रतिनिधि रहे हैं. थोड़ा ये था की समाज सेवा के क्षेत्र में हम लोग देखते थे कि एक अच्छा भोजन लोगों को उपलब्ध कराएं. शहर में ऐसा लगता था की नेचुरल चीज हम लोग उपलब्ध कराएं और शुद्धता के साथ रेट भी कम हो. हम लोग यहां निशुल्क भी खिलाते हैं. गरीब और बुजुर्ग लोगों को हम लोग निशुल्क डोसा खिलाते हैं. कीमत इतनी कम रखी गई है की आम आदमी भी यहां डोसा खा सकता है"
ग्राहक यहां के डोसे की करते हैं तारीफ: ग्राहक कमलेश सोनी बताते हैं कि " डोसा बहुत अच्छा मिलता है यहां पे, चाय भी बहुत अच्छी मिलती है. कुल्हड़ में मिलती है. कम रेट में जो शुलभ करा रहे हैं वो बहुत अच्छा है. स्वाद भी बहुत बढ़िया है" रविंद्र गुप्त भारती और उनकी पत्नी डोसा जोन अम्बिकापुर के गांधीनगर में चलाते हैं. शहर से काफी कम कीमत में 40 रुपये में स्वादिष्ट डोसा लोगों को परोसते हैं. गरीबों और बुजुर्गों को निशुल्क खिलाते हैं. शुद्धता का विशेष ध्यान रखते हैं. डोसे का सांभर मिट्टी के बर्तन में पकाते हैं. सबसे अहम बात यह है की पार्षद होते हुए दिन भर वार्ड वासियों की समस्याओं का निराकरण करते हैं और शाम 5 बजे से डोसा बेचते हैं.