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पार्षद होने के बावजूद यह महिला क्यों बेचती है डोसा, जानिए

councilor Anita Ravindra Gupta Bharti sells dosa अंबिकापुर की एक ऐसी पार्षद हैं जो डोसा बेचती हैं. पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती दिनभर लोगों की सेवा में लगी रहती हैं और शाम को लोगों को स्वादिष्ट जायका अपने हाथों से बनाकर खिलाती हैं. आखिर पार्षद बनने के बाद भी यह लोगों को क्यों डोसा बेच रही है. इन सब सवालों का जवाब ईटीवी भारत ने खुद अनीता रविंद्र गुप्त भारती से जाना.

dosa Zone of Ambikapur
पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती
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Published : Sep 14, 2022, 12:24 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: नेता या पार्षद अगर डोसा बेचते नजर आए तो आपको हैरत होगी क्योंकि जन प्रतिनिधि या नेता शानो शौकत में ही देखे जाते हैं (Ambikapur councilor Anita Ravindra Gupta Bharti). बड़ी गाड़ियां और वीआईपी जीवन शैली नेता बनते ही इंसान के जीवन मे प्रवेश कर जाती है. लेकिन अम्बिकापुर की एक महिला जन प्रतिनिधि डोसा बेचती हैं. स्वच्छता के क्षेत्र में देश मे अग्रणी नगर निगम अम्बिकापुर की पार्षद हैं. पति भी पूर्व पार्षद रह चुके हैं. परिवार से ही ये तीसरी पार्षद हैं. बावजूद इसके सादा जीवन और अपनी डोसे की दुकान में खुद डोसा बनाकर लोगों को खिलाती हैं (Ambikapur latest news).

पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती
पति और पत्नी दोनों चलाते हैं डोसे की दुकान: (councilor Anita Ravindra Gupta Bharti)अंबिकापुर नगर निगम की महिला पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती वर्तमान में पार्षद हैं. लेकिन यह अंबिकापुर में डोसा बेचती हैं. उनके इस काम में उनके पति भी हाथ बंटाते हैं. दोनों मिलकर ग्राहकों को सर्व करते हैं और स्वादिष्ट डोसा खिलाते हैं. आम जिंदगी जीना है मकसद: ETV भारत इस डोसे की दुकान में पहुंचा और बात चीत की. सबसे पहले हमने पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती से बात की उन्होंने बताया कि " थोड़ा सी समाज सेवा में रुचि है तो हम लोग सोचे की थोड़ा सा खाने पीने में नगर वासियों को नेचुरल खाना खिला सकें. जैसा हम चाहते हैं वैसा उनको भी मिले. हमारा शौक है हम आम जिंदगी ही जीना पसंद करते हैं. जैसे पब्लिक को हम अच्छी सेवा दे पाएं. उनकी समस्या को हल कर पाये यही हमारी रुचि है"

ये भी पढ़ें: अंबिकापुर निगम में अब क्यूआर कोड से भुगतान, स्वच्छता दीदीयों की मुसीबत हुई कम


जरूरतमंद को फ्री में खिलाते हैं डोसा: उनके पति रविंद्र गुप्त भारती ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए बताया कि मेरी शुरू से ही समाज सेवा में रुचि रही है. हमारे परिवार से 3 बार जन प्रतिनिधि रहे हैं. थोड़ा ये था की समाज सेवा के क्षेत्र में हम लोग देखते थे कि एक अच्छा भोजन लोगों को उपलब्ध कराएं. शहर में ऐसा लगता था की नेचुरल चीज हम लोग उपलब्ध कराएं और शुद्धता के साथ रेट भी कम हो. हम लोग यहां निशुल्क भी खिलाते हैं. गरीब और बुजुर्ग लोगों को हम लोग निशुल्क डोसा खिलाते हैं. कीमत इतनी कम रखी गई है की आम आदमी भी यहां डोसा खा सकता है"


ग्राहक यहां के डोसे की करते हैं तारीफ: ग्राहक कमलेश सोनी बताते हैं कि " डोसा बहुत अच्छा मिलता है यहां पे, चाय भी बहुत अच्छी मिलती है. कुल्हड़ में मिलती है. कम रेट में जो शुलभ करा रहे हैं वो बहुत अच्छा है. स्वाद भी बहुत बढ़िया है" रविंद्र गुप्त भारती और उनकी पत्नी डोसा जोन अम्बिकापुर के गांधीनगर में चलाते हैं. शहर से काफी कम कीमत में 40 रुपये में स्वादिष्ट डोसा लोगों को परोसते हैं. गरीबों और बुजुर्गों को निशुल्क खिलाते हैं. शुद्धता का विशेष ध्यान रखते हैं. डोसे का सांभर मिट्टी के बर्तन में पकाते हैं. सबसे अहम बात यह है की पार्षद होते हुए दिन भर वार्ड वासियों की समस्याओं का निराकरण करते हैं और शाम 5 बजे से डोसा बेचते हैं.

सरगुजा: नेता या पार्षद अगर डोसा बेचते नजर आए तो आपको हैरत होगी क्योंकि जन प्रतिनिधि या नेता शानो शौकत में ही देखे जाते हैं (Ambikapur councilor Anita Ravindra Gupta Bharti). बड़ी गाड़ियां और वीआईपी जीवन शैली नेता बनते ही इंसान के जीवन मे प्रवेश कर जाती है. लेकिन अम्बिकापुर की एक महिला जन प्रतिनिधि डोसा बेचती हैं. स्वच्छता के क्षेत्र में देश मे अग्रणी नगर निगम अम्बिकापुर की पार्षद हैं. पति भी पूर्व पार्षद रह चुके हैं. परिवार से ही ये तीसरी पार्षद हैं. बावजूद इसके सादा जीवन और अपनी डोसे की दुकान में खुद डोसा बनाकर लोगों को खिलाती हैं (Ambikapur latest news).

पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती
पति और पत्नी दोनों चलाते हैं डोसे की दुकान: (councilor Anita Ravindra Gupta Bharti)अंबिकापुर नगर निगम की महिला पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती वर्तमान में पार्षद हैं. लेकिन यह अंबिकापुर में डोसा बेचती हैं. उनके इस काम में उनके पति भी हाथ बंटाते हैं. दोनों मिलकर ग्राहकों को सर्व करते हैं और स्वादिष्ट डोसा खिलाते हैं. आम जिंदगी जीना है मकसद: ETV भारत इस डोसे की दुकान में पहुंचा और बात चीत की. सबसे पहले हमने पार्षद अनीता रविंद्र गुप्त भारती से बात की उन्होंने बताया कि " थोड़ा सी समाज सेवा में रुचि है तो हम लोग सोचे की थोड़ा सा खाने पीने में नगर वासियों को नेचुरल खाना खिला सकें. जैसा हम चाहते हैं वैसा उनको भी मिले. हमारा शौक है हम आम जिंदगी ही जीना पसंद करते हैं. जैसे पब्लिक को हम अच्छी सेवा दे पाएं. उनकी समस्या को हल कर पाये यही हमारी रुचि है"

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जरूरतमंद को फ्री में खिलाते हैं डोसा: उनके पति रविंद्र गुप्त भारती ने ईटीवी भारत को धन्यवाद देते हुए बताया कि मेरी शुरू से ही समाज सेवा में रुचि रही है. हमारे परिवार से 3 बार जन प्रतिनिधि रहे हैं. थोड़ा ये था की समाज सेवा के क्षेत्र में हम लोग देखते थे कि एक अच्छा भोजन लोगों को उपलब्ध कराएं. शहर में ऐसा लगता था की नेचुरल चीज हम लोग उपलब्ध कराएं और शुद्धता के साथ रेट भी कम हो. हम लोग यहां निशुल्क भी खिलाते हैं. गरीब और बुजुर्ग लोगों को हम लोग निशुल्क डोसा खिलाते हैं. कीमत इतनी कम रखी गई है की आम आदमी भी यहां डोसा खा सकता है"


ग्राहक यहां के डोसे की करते हैं तारीफ: ग्राहक कमलेश सोनी बताते हैं कि " डोसा बहुत अच्छा मिलता है यहां पे, चाय भी बहुत अच्छी मिलती है. कुल्हड़ में मिलती है. कम रेट में जो शुलभ करा रहे हैं वो बहुत अच्छा है. स्वाद भी बहुत बढ़िया है" रविंद्र गुप्त भारती और उनकी पत्नी डोसा जोन अम्बिकापुर के गांधीनगर में चलाते हैं. शहर से काफी कम कीमत में 40 रुपये में स्वादिष्ट डोसा लोगों को परोसते हैं. गरीबों और बुजुर्गों को निशुल्क खिलाते हैं. शुद्धता का विशेष ध्यान रखते हैं. डोसे का सांभर मिट्टी के बर्तन में पकाते हैं. सबसे अहम बात यह है की पार्षद होते हुए दिन भर वार्ड वासियों की समस्याओं का निराकरण करते हैं और शाम 5 बजे से डोसा बेचते हैं.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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