बलौदा बाजार: बिलाईगढ़ विधानसभा सीट कभी बलौदा बाजार जिले का हिस्सा हुआ करती था. भूपेश बघेल सरकार ने सारंगढ़ और बिलाईगढ़ को जोड़कर साल 2023 में सारंगढ़-बिलाईगढ़ को एक नया जिला बना दिया. जिसके बाद बिलाईगढ़ सीट सारंगढ़ जिले में आ गई. बिलाईगढ़ विधानसभा में कई राजाओं ने राज किया है. बाबा गुरु घासीदास, शहीद वीर नारायण सिंह की ये जन्मस्थली रही है. वर्तमान में इस सीट पर विधायक कांग्रेस के चंद्रदेव राय हैं.
बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र का जातिगत समीकरण: बिलाईगढ़ विधानसभा मुख्यालय होने की वजह से यहां बीजेपी-कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के बीच कांटे की टक्कर होती है. अनुसूचित जाति बहुल सीट होने के कारण यहां तीन बार हुए चुनाव में सनम जांगड़े को बीजेपी ने लगातार टिकट. कांग्रेस ने शिवकुमार डहरिया को लगातार दो बार टिकट दिया. हालांकि तीसरी बार कांग्रेस ने चंद्रदेव राय पर भरोसा किया. इस क्षेत्र में साहू समाज के लोग ज्यादा हैं. उसके बाद सतनामी समाज और आदिवासी समाज के लोग भी यहां रहते हैं. वर्गो की बात करे तो सबसे ज्यादा यहां ओबीसी वर्ग के लोग रहते हैं. बिलाईगढ़ विधानसभा में लगभग 50 फीसद ओबीसी, 40 फीसद एससी, 10 फीसद एसटी और 10 फीसद अन्य हैं.
बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या: बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 97027 मतदाता हैं. यहां 49184 पुरुष मतदाता हैं. जबकि 47841 महिला मतदाता हैं. इस क्षेत्र में पुरुष मतदाता महिला मतदाताओं की अपेक्षा ज्यादा हैं.
बिलाईगढ़ विधानसभा सीट पर 2018 चुनाव के परिणाम: साल 2018 में बिलाईगढ़ विधानसभा सीट पर 96 फीसद मतदान हुए. इसमें कांग्रेस को 36 फीसद वोट मिले. बहुजन समाज पार्टी को 31 फीसद वोट मिले. इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार चंद्रदेव राय ने पहली बार जीत दर्ज की. कांग्रेस को इस सीट से 71936 वोट मिले. वहीं बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी श्याम कुमार टंडन को 62089 वोट मिले थे.
बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र की समस्या: आजादी के 75 बरस बाद भी लोग बिजली-पानी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं. क्षेत्र में शिक्षा का स्तर बदतर है. यहां बेरोजगारी अपने चरम पर है. सिचाई संसाधनों की कमी यहां बड़ा मुद्दा है.यहां ना तो नदी है ना ही नहर. यही कारण है कि किसानों को खेती में अधिक समस्याएं आती है. इस क्षेत्र में जल स्तर 700-800 फिट नीचे चला गया है. बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र में गांव से शहर को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें जर्जर हो चुकी हैं. सड़कों की हालत इतनी खराब है कि यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं. ओवर लोड गाड़ियों की वजह से सड़कों की हालत खराब है.रेत माफिया यहां धड़ल्ले से रेत चोरी कर रहे हैं.
बिलाईगढ़ विधानसभा सीट पर विनिंग फैक्टर: बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र में साहू समाज ही निर्णायक की भूमिका निभाते हैं. ये सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यही कारण है कि इस सीट पर प्रत्याशी को इसी जाति पर भरोसा होता है. ये ही यहां प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करते हैं.