राजनांदगांव: चिटफंड कंपनी के जरिए गरीबों की गाढ़ी कमाई खाने वाले भाजपा मंडल अध्यक्ष के बचाव में भाजपा नेता उतर आए हैं. भाजपा नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने पत्रकारवार्ता कर आरोपी कमलेश कोठले के लिए अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि चिटफंड मामले में सबूत पेश करने के बाद भी पुलिस ने जल्दबाजी में कार्रवाई कर दी. जबकि मंडल अध्यक्ष कमलेश केवल एजेंट था. वह बोर्ड ऑफ डायरेक्टर नहीं है. कमलेश की पत्नी कंपनी की एजेंट है. इस कारण कमलेश भी उसके हिस्से का काम करता था.
जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कमलेश के बचाव में कहा कि शिकायतकर्ता के आवेदन में भी कमलेश कोठले का कहीं नाम नहीं है. जब कंपनी के एमडी तरूण साहू ने कमलेश को डायरेक्टर बनाया था, तब भी उसने एजेंट रहने की बात कही थी. जिसके बाद स्टाम्प में कंपनी के एमडी ने कमलेश को शेयर होल्डर नहीं, बल्कि एजेंट होने का शपथपत्र बनाया था. सारे दस्तावेज देने के बाद भी पुलिस ने मामले की जांच नहीं की. विक्रांत ने कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच करें, नहीं तो पुलिस प्रशासन के खिलाफ बीजेपी विरोध करेगी.
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धाेखाधड़ी के मामले में मंडल अध्यक्ष और नगर पालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष कमलेश कोठले की गिरफ्तारी के बाद खैरागढ़ की सियासत गरमा गई है. भाजपा मंडल अध्यक्ष और चिटफंड कंपनी के बाेर्ड ऑफ डायरेक्टर कमलेश की गिरफ्तारी के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हड़कंप मचा हुआ है.
पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप
भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह थाने पहुंचे थे. जहां उन्होंने पुलिस पर बिना जांच के ही कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस पर सरकार के दबाव में काम करने का भी आरोप लगाया है. जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह का कहना था कि शिकायतकर्ता ने कंपनी के एमडी तरूण साहू और एजेंट राजकुमार साहू के नाम पर शिकायत की है, लेकिन पुलिस राज्य सरकार के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर रही है, जो पूरी तरह गलत है.
कमलेश के परिवारवालों ने भी रखा पक्ष
पुलिस की कार्रवाई के बाद ठगी के आरोप में गिरफ्तार भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश कोठले के परिजन भी अपना पक्ष रखने थाने पहुंचे. परिजनों ने कहा कि कमलेश कंपनी का डायरेक्टर नहीं, बल्कि एजेंट था. कंपनी के एमडी तरूण साहू ने उसे बिना बताए ही डायेक्टर के रूप में नामित किया था, जिसकी जानकारी के बाद कमलेश ने विरोध भी किया. कंपनी के काम से उनका कोई लेना-देना नहीं है. यह स्टॉम्प में भी है, लेकिन पुलिस ने स्टाम्प को आधारहीन मानते हुए कार्रवाई की है.
कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ केस दर्ज
मामले में चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसकी पुष्टि खैरागढ़ एसडीओपी जीसी पति ने की है. उनका कहना है कि निवेशकों की रिपोर्ट पर चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
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पुलिस ने कंपनी के 7 सदस्यीय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के 4 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. ग्रामीणों को राशि दोगुना करने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने जिन 4 लोगों की गिरफ्तारी की है, उनमें भाजपा मंडल शहर अध्यक्ष कमलेश कोठले भी शामिल है. पूरे मामले के मास्टरमाइंड तरुण साहू समेत तीन आरोपी अभी भी फरार हैं.