राजनांदगांव: जिले की ग्राम पंचायत सिंघोला की सरोज साहू ने महिला शक्ति की मिसाल पेश की है. ये गांव के हर जरूरतमंद परिवारों के लिए 'संजीवनी' का काम कर रही हैं. गांव की महिलाओं को जोड़कर उन्होंने 101 महिलाओं का समूह तैयार किया है. जिसके जरिए वह अब गरीब तबके के लोगों और जरूरतमंद लोगों की आर्थिक रूप से मदद कर रही हैं. महिला शक्ति की जीती जागती मिसाल है सिंघोला की महिलाएं. जो आपस में एकजुट होकर गरीब परिवार के लिए शक्ति स्वरूपा का रूप बनकर उनके हर सुख-दुख में साथ खड़ी हो रही हैं.
ऐसे करती हैं मदद
2 महीने पहले सरोज साहू ने इस समिति का निर्माण किया है. समूह की हर सदस्य हर महीने 60 रुपये जमा करती है, जिसमें से 50 रुपए सामूहिक तौर पर जमा किए जाते हैं और 10 रुपए गांव के गरीब तबके के लोगों और जरूरतमंद लोगों के लिए जमा किए जाते हैं. इस राशि से वह जरूरतमंद लोगों को आर्थिक रूप से मदद करती हैं. अब तक गांव के 4 गरीब परिवारों की इन महिलाओं ने आर्थिक रूप से मदद की है.
करती है श्रमदान भी1
गांव में जब भी किसी जरुरतमंद के घर में बिटिया की शादी होती है, तो समिति की ये महिलाएं अपने महीने की बचत का एक हिस्सा शादी में लगाती हैं. साथ ही अपने घर से एक 1 किलो चावल और कुछ राशन निकाल कर शादी में मदद करती हैं. इसके अलावा शादी के दौरान समारोह में वे खुद पहुंचती है और सारा काम अपने श्रमदान से करती हैं.
महिलाओं को बनाना चाहती हैं सक्षम
समिति की अध्यक्षा सरोज साहू का कहना है कि 'वह गांव की हर महिलाओं को सक्षम बनाना चाहती हैं. इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रही हैं. महिलाओं को जोड़कर वह गांव में ही कुछ रोजगार के अवसर तलाश रही है. ताकि महिलाओं और गरीब तबके के लोगों को ज्यादा से ज्यादा जोड़ सके. उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बना सकें'.