राजनांदगांव : जिला मुख्यालय से तकरीबन 70 किलोमीटर दूर स्थित लक्षणा गांव से सोमवार को प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट के गेट के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किया और नया स्कूल स्वीकृत किए जाने की मांग की.
बच्चों ने बताया कि, 'उनके गांव से स्कूल तकरीबन 3 किलोमीटर दूर है. रास्ता खराब होने के चलते बारिश के दिनों में अधिकतर स्कूल नहीं जा पाते हैं, लिहाजा कई बार अफसरों से गांव में ही स्कूल खुलवाने की मांग की, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई'. गांव में स्कूल और सुविधाएं नहीं होने के चलते बच्चों को 3 किमी दूर पैदल चलकर स्कूल जाना पड़ता है.
11 महीने पहले भेजा था प्रतिवेदन
मामले में शिक्षा विभाग के अफसरों ने तकरीबन 11 महीने पहले संचनालय में नया स्कूल स्वीकृत किए जाने को लेकर प्रतिवेदन भेजा था, लेकिन अब तक इस मामले में संचनालय से स्वीकृति नहीं मिली है, जिसके चलते यहां पर नया स्कूल खोला जाना संभव नहीं हो पाया है. यही कारण है कि पिछले 11 महीने से नौनिहालों की समस्या यथावत बनी हुई है.
स्कूल की नहीं मिली स्वीकृति
मामले में जिला शिक्षा अधिकारी जी.आर. मरकाम का कहना है कि, 'विभाग से संचनालय प्रतिवेदन भेजा जा चुका है. स्वीकृति के बाद ही नए स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी'. उन्होंने बताया कि, 'नक्सल प्रभावित एवं बाढ़ का इलाका होने के कारण बस्ती को 3 किलोमीटर दूर स्थापित किया गया है'.