राजनांदगांव: लॉकडाउन की वजह से जहां कई उद्योग ठप हो गए, व्यापार और नौकरीपेशा लोगों के सामने आर्थिक मुश्किलें आ गईं, तो वहीं अपनी बेहतर प्लानिंग की वजह से नगर निगम राजनांदगांव ने पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार अधिक टैक्स वसूल किया है. निगम ने 2019-20 में 19 करोड़ 14 लाख रुपए का राजस्व वसूल किया है, जिसमें से 2 करोड़ 22 लाख की राशि लॉकडाउन के दौरान वसूल की गई है.
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लॉकडाउन के दौरान नगर निगम के राजस्व विभाग ने शहरवासियों से 2 करोड़ 22 लाख रुपए की राशि वसूल कर नगर निगम का खजाना भर दिया है. अधिकारियों ने बताया कि इस साल प्राप्त राजस्व से शहर के विकास में काफी मदद मिलेगी, साथ ही कर्मचारियों को भी समय पर वेतन मिल सकेगा.
लॉकडाउन की वजह से बढ़ाई गई तारीख
इस साल वर्ष 2019-20 के लिए टैक्स जमा करने की अंतिम तिथि 7 जून निर्धारित की गई थी. हर साल 21 मार्च तक नगर निगम में सभी टैक्स जमा करने होते थे, लेकिन इस वर्ष अंतिम तिथि 2 बार बढ़ा दी गई. इसकी वजह से लोगों को टैक्स जमा करने में रियायत मिली. निगम ने अंतिम तिथि तक टैक्स जमा नहीं करने वालों पर 5 प्रतिशत अतिरिक्त अधिभार लगाया है. नगर निगम ने इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया है. नगर निगम कमिश्नर चंद्रकांत कौशिक ने बताया कि शहरवासियों को टैक्स जमा करने के लिए 3 महीने का अतिरिक्त समय दिया गया था, ऐसी स्थिति में टैक्स जमा नहीं करने पर निगम अतिरिक्त भार वसूल करेगा.
लॉकडाउन में कुल कर वसूली
कर | कुल वसूली | डिमांड | लॉकडाउन में वसूली |
संपत्ति कर | 14.16 करोड़ | 3.39 करोड़ | 77.90 लाख |
जल कर | 7.42 करोड़ | 3.16 करोड़ | 78.22 लाख |
समेकित कर | 3.35 करोड़ | 1.44 करोड़ | 29.25 लाख |
दुकान किराया | 56.78 लाख | 47 लाख | 5.67 लाख |
कुल | 19.14 करोड़ | 13.19 करोड़ | 2.22 करोड़ |
एडवांस टैक्स में दी जाएगी छूट
नगर निगम ने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अभी से ही तैयारी कर ली है. निगम ने आने वाले वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए एडवांस में टैक्स जमा करने वाले लोगों को करों में बड़ी राहत देने की तैयारी की है. एडवांस टैक्स जमा करने वाले लोगों को 6.25 फीसदी की छूट टैक्स में मिल सकती है. निगम ने एडवांस टैक्स जमा करने की अवधि दिसंबर तक निर्धारित की है. इसके बाद की अवधि में टैक्स की छूट की सीमा खत्म हो जाएगी.
डिमांड के हिसाब से मिल पाई राशि
इस मामले में नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक का कहना है कि इस साल नगर निगम को 19 करोड़ रुपए की डिमांड थी. विभिन्न करों की वसूली में 16 करोड़ रुपए की राशि वसूल की गई. इसके लिए स्वतंत्र रूप से उच्च अधिकारियों का मार्गदर्शन मिलता रहा. उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली बेहतर होने से निगम की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी.