गौरेला पेंड्रा मरवाही: जीपीएम के निमधा स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी के लिए आई महिला के बच्चे की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि बच्चे की मौत के बाद महिला की हालत लगातार बिगड़ती चली गई. इसके बावजूद भी डॉक्टर और नर्सों ने मरीज को समय रहते जिला अस्पताल रेफर नहीं किया. परिजनों का आरोप है कि जब महिला को असहनीय ब्लिडिंग होने लगी तब आनन फानन में उसे जिला अस्पताल सुबह के 4 बजे रेफर किया गया. जिला अस्पताल में महिला को बचाने की हर संभव कोशिश की गई लेकिन महिला ने दम तोड़ दिया.
निमधा स्वास्थ्य केंद्र पर लापरवाही का आरोप: परिजनों का आरोप है कि समय रहते अगर प्रसूता को निमधा स्वास्थ्य केंद्र के लोग रेफर कर देते तो उसकी जान बच जाती. परिजनों का कहना है कि मरीज को इलाज के नाम पर 19 घंटे तक स्वास्थ्य केंद्र में रोका गया. बाद में जब हालात बेकाबू हो गए तब मरीज को रेफर किया गया. जिला अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं कराया गया. जिला अस्पताल के डॉक्टर विपिन का कहना है कि महिला को अगर समय से लाया गया होता तो उसकी जान बच जाती.
बेटी को डिलीवरी के लिए निमधा स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराया. डिलीवरी के दौरान बच्चे की मौत हो गई. बेटी की भी हालत खराब हो गई. इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र उनको 19 घंटे तक रोका गया. समय रहते अगर जिला अस्पताल रेफर कर दिए होते तो जान बच जाती - सोमवारिया बाई, मृतक महिला की मां
महिला को सुबह 4 बजकर 45 मिनट पर लाया गया था. हमने महिला की जान बचाने के लिए जो भी संभव इलाज और दवा थी वो दी. इसके बावजूद हम उसकी जान नहीं बचा पाए. अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते महिला की मौत प्रथम दृष्टया नजर आ रही है. समय पर अगर यहां लाया जाता है तो हालत संभल जाती - डॉ विपिन, जिला अस्पताल, जीपीएम
समय पर नहीं मिली महतारी एंबुलेंस: परिजनों का कहना है कि जब उनको जिला अस्पताल रेफर किया गया तो एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं कराया गया. परिजन किराए की गाड़ी कर मरीज को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे.
महतारी एक्सप्रेस: महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस गर्भवती महिलाओं और नवजातों के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहने वाली एंबुलेंस सुविधा सरकार की ओर से दी गई है. महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत चलती है.
एंबुलेंस सेवा से जुड़ी बड़ी बातें
- यह पूरी तरह से निशुल्क सेवा है.
- प्रसूता को घर से लाने और डिलीवरी के बाद उसे घर तक पहुंचाने का काम करती है.
- मरीज को इलाज के बाद जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाता है.
- एंबुलेंस में पैरामेडिकल स्टॉफ की भी जरुरत के मुताबिक ड्यूटी होती है.
- महतारी एक्सप्रेस की सुविधा लेने के लिए 102 नंबर पर कॉल करना होता है.
- ये सेवा गर्भवती और 5 साल तक के बच्चों के लिए है.