राजनांदगांव: शहर के पोस्ट ऑफिस के बाहर लगी ये भीड़ उन बहनों की है जो अपने भाइयों को राखी भेजने के लिए यहां आई हैं. बहनों की यह भावना यह बताने के लिए काफी है कि कोई भी मुश्किल भाई-बहन के रिश्तों के बीच नहीं आ सकती. राखी भेजने में परिवारवाले भी इन बहनों की मदद कर रहे हैं और पोस्ट ऑफिस पहुंचकर उनकी तरफ से राखियां भेजने की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं.
कोरोना संकट की वजह से परिवहन व्यवस्था बंद हैं. ऐसे में अब डाक विभाग के जरिए बहन अपने भाइयों के लिए राखियां भेज रही हैं. महिलाओं का कहना है कि रक्षाबंधन पर वे मायके जाकर भाइयों को राखी बांधती हैं. लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए परिवार की सुरक्षा के लिए वे पोस्ट ऑफिस के जरिए राखियां भेज रही है. लोगों का मानना है कि पोस्ट ऑफिस ही एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए वे पूरी विश्वसनीयता के साथ राखियां भेज सकती हैं. वैसे भी लोग पहले भी डाक विभाग की मदद से राखियां भेजते आए हैं.
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राखी भेजने वालों की संख्या बढ़ी
कोरोना संक्रमण को देखते हुए हर साल के मुकाबले इस साल पोस्ट से राखी भेजने वालों की संख्या ढाई से तीन गुना बढ़ गई है. आमतौर पर रक्षाबंधन के त्योहार में पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भी राखियां भेजी जाती हैं. लेकिन उनकी तादाद काफी कम होती थी. लेकिन इस बार कोरोना के संक्रमण के चलते यह तादाद तकरीबन 3 गुना से भी ज्यादा हो गई है. पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों की मानें तो पहले करीब 1 लाख राखियां भेजी जाती थी. लेकिन अब ये करीब 3 लाख तक जा सकती है.
कलाई नहीं रहेंगी सूनी
डाक विभाग की मदद से इस बार रक्षाबंधन पर बहन से दूर रह रहे भाइयों तक राखियां पहुंचेगी. ताकि उनके भाई की कलाई सूनी न रहे. जिसमें डाक विभाग अपनी अहम भूमिका निभा रहा है.