राजनांदगांव: शहर की गौशाला पिंजरापोल समिति द्वारा संचालित 6 दुकानों को एसडीएम द्वारा सील किए जाने पर व्यापारियों ने कड़ा विरोध जताया है. तकरीबन 50 साल से इन दुकानों में व्यापार कर रहे व्यापारियों ने एसडीएम से सीलिंग खोलने की मांग रखी है.
बता दें कि शुक्रवार को एसडीएम ने गौशाला पिंजरापोल समिति की 6 दुकानों को सील किया है जबकि इन दुकानों में व्यापारी अपना व्यापार कर रहे हैं. कम किराया का हवाला देकर समिति द्वारा ही तकरीबन 30 दुकानों को खाली करने के लिए व्यापारियों पर लंबे समय से दबाव बनाया जा रहा है, जिसके विरोध में व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई है. मामला वर्तमान में हाईकोर्ट में है और फिलहाल इस मामले पर कोई फैसला नहीं आया है.
रोजी-रोटी का संकट, व्यापारियों ने दी आत्महत्या की चेतावनी
व्यापारियों ने समिति पर दबावपूर्ण कार्रवाई कराए जाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि समिति के सदस्य बलपूर्वक प्रशासनिक कार्रवाई करवा रहे हैं. सीलिंग के लिए पहुंचे तहसीलदार के साथ समिति के सदस्य और उनके गुर्गे भी मौजूद रहे. व्यापारियों ने बताया कि हाईकोर्ट में दायर याचिका की जानकारी देने के बाद भी दुकानों की गलत तरीके से सीलिंग की गई है. बिना किसी पूर्व नोटिस के एसडीएम द्वारा अचानक दुकानों की सीलिंग किए जाने से रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है. प्रशासनिक कार्रवाई दोषपूर्ण होने पर व्यापारियों ने आत्महत्या की भी चेतावनी दी है.
एसडीएम रावटे ने कहा-अधिनियम के तहत हुई कार्रवाई
इस पूरे मामले में एसडीएम मुकेश रावटे का कहना है कि छत्तीसगढ़ भाड़ा नियंत्रण अभिकरण से मिले आदेशों के तहत ही दुकानों की सीलिंग की कार्रवाई की गई है और हाईकोर्ट में दायर याचिका के संबंध में व्यापारियों ने सीलिंग होने के बाद जानकारी प्रस्तुत की है.