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राजनांदगांव: एसडीएम ने सील की 6 दुकानें, व्यापारियों ने दी आत्महत्या की चेतावनी - Rajnandgaon

राजनांदगांव में एसडीएम द्वारा 6 दुकानों को सील किए जाने पर व्यापारियों ने कड़ा विरोध जताया है. बिना किसी पूर्व नोटिस के एसडीएम द्वारा अचानक दुकानों की सीलिंग किए जाने से रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है. प्रशासनिक कार्रवाई दोषपूर्ण होने पर व्यापारियों ने आत्महत्या की भी चेतावनी दी है.

एसडीएम मुकेश रावटे राजनांदगांव में 6 दुकानों को सील किए जाने पर बातचीत करते हुए
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Published : May 11, 2019, 1:27 PM IST

Updated : May 11, 2019, 5:30 PM IST

राजनांदगांव: शहर की गौशाला पिंजरापोल समिति द्वारा संचालित 6 दुकानों को एसडीएम द्वारा सील किए जाने पर व्यापारियों ने कड़ा विरोध जताया है. तकरीबन 50 साल से इन दुकानों में व्यापार कर रहे व्यापारियों ने एसडीएम से सीलिंग खोलने की मांग रखी है.

व्यापारियों ने दी आत्महत्या की चेतावनी

बता दें कि शुक्रवार को एसडीएम ने गौशाला पिंजरापोल समिति की 6 दुकानों को सील किया है जबकि इन दुकानों में व्यापारी अपना व्यापार कर रहे हैं. कम किराया का हवाला देकर समिति द्वारा ही तकरीबन 30 दुकानों को खाली करने के लिए व्यापारियों पर लंबे समय से दबाव बनाया जा रहा है, जिसके विरोध में व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई है. मामला वर्तमान में हाईकोर्ट में है और फिलहाल इस मामले पर कोई फैसला नहीं आया है.

रोजी-रोटी का संकट, व्यापारियों ने दी आत्महत्या की चेतावनी
व्यापारियों ने समिति पर दबावपूर्ण कार्रवाई कराए जाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि समिति के सदस्य बलपूर्वक प्रशासनिक कार्रवाई करवा रहे हैं. सीलिंग के लिए पहुंचे तहसीलदार के साथ समिति के सदस्य और उनके गुर्गे भी मौजूद रहे. व्यापारियों ने बताया कि हाईकोर्ट में दायर याचिका की जानकारी देने के बाद भी दुकानों की गलत तरीके से सीलिंग की गई है. बिना किसी पूर्व नोटिस के एसडीएम द्वारा अचानक दुकानों की सीलिंग किए जाने से रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है. प्रशासनिक कार्रवाई दोषपूर्ण होने पर व्यापारियों ने आत्महत्या की भी चेतावनी दी है.

एसडीएम रावटे ने कहा-अधिनियम के तहत हुई कार्रवाई
इस पूरे मामले में एसडीएम मुकेश रावटे का कहना है कि छत्तीसगढ़ भाड़ा नियंत्रण अभिकरण से मिले आदेशों के तहत ही दुकानों की सीलिंग की कार्रवाई की गई है और हाईकोर्ट में दायर याचिका के संबंध में व्यापारियों ने सीलिंग होने के बाद जानकारी प्रस्तुत की है.

राजनांदगांव: शहर की गौशाला पिंजरापोल समिति द्वारा संचालित 6 दुकानों को एसडीएम द्वारा सील किए जाने पर व्यापारियों ने कड़ा विरोध जताया है. तकरीबन 50 साल से इन दुकानों में व्यापार कर रहे व्यापारियों ने एसडीएम से सीलिंग खोलने की मांग रखी है.

व्यापारियों ने दी आत्महत्या की चेतावनी

बता दें कि शुक्रवार को एसडीएम ने गौशाला पिंजरापोल समिति की 6 दुकानों को सील किया है जबकि इन दुकानों में व्यापारी अपना व्यापार कर रहे हैं. कम किराया का हवाला देकर समिति द्वारा ही तकरीबन 30 दुकानों को खाली करने के लिए व्यापारियों पर लंबे समय से दबाव बनाया जा रहा है, जिसके विरोध में व्यापारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई है. मामला वर्तमान में हाईकोर्ट में है और फिलहाल इस मामले पर कोई फैसला नहीं आया है.

रोजी-रोटी का संकट, व्यापारियों ने दी आत्महत्या की चेतावनी
व्यापारियों ने समिति पर दबावपूर्ण कार्रवाई कराए जाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि समिति के सदस्य बलपूर्वक प्रशासनिक कार्रवाई करवा रहे हैं. सीलिंग के लिए पहुंचे तहसीलदार के साथ समिति के सदस्य और उनके गुर्गे भी मौजूद रहे. व्यापारियों ने बताया कि हाईकोर्ट में दायर याचिका की जानकारी देने के बाद भी दुकानों की गलत तरीके से सीलिंग की गई है. बिना किसी पूर्व नोटिस के एसडीएम द्वारा अचानक दुकानों की सीलिंग किए जाने से रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है. प्रशासनिक कार्रवाई दोषपूर्ण होने पर व्यापारियों ने आत्महत्या की भी चेतावनी दी है.

एसडीएम रावटे ने कहा-अधिनियम के तहत हुई कार्रवाई
इस पूरे मामले में एसडीएम मुकेश रावटे का कहना है कि छत्तीसगढ़ भाड़ा नियंत्रण अभिकरण से मिले आदेशों के तहत ही दुकानों की सीलिंग की कार्रवाई की गई है और हाईकोर्ट में दायर याचिका के संबंध में व्यापारियों ने सीलिंग होने के बाद जानकारी प्रस्तुत की है.

Intro:राजनांदगांव.गौशाला पिंजरापोल समिति द्वारा संचालित की जा रही दुकानों को आज एसडीएम के सील किए जाने पर व्यापारियों ने कड़ा विरोध जताया है तकरीबन 50 साल से इन दुकानों पर व्यापार कर रहे व्यापारियों ने समिति पर दबाव बनाते हुए कार्रवाई कराए जाने का आरोप लगाया है बता दें कि एसडीएम ने आज गौशाला पिंजरापोल समिति की 6 दुकानों को सील किया है. सीलिंग की कार्रवाई को लेकर के व्यापारियों ने विरोध करते हुए एसडीएम से सीलिंग खोलने की मांग रखी है.


Body:शहर की गौशाला पिंजरापोल समिति से संचालित तकरीबन 30 दुकानों को खाली कराने के लिए लंबे समय से दबाव बनाया जा रहा है कम किराया का हवाला देकर समिति व्यापारियों से दुकान खाली कराने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं इसके विरोध में व्यापारियों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर न्याय की गुहार लगाई है मामला वर्तमान में हाई कोर्ट में है इस मामले में अब तक कोई फैसला नहीं आया है बावजूद इसके शुक्रवार को एसडीएम ने समिति की 6 दुकानों को सील कर दिया है जबकि इन 6 दुकानों पर व्यापारी अपना व्यापार कर रहे हैं. इसके चलते सीलिंग करने पहुंचे प्रशासनिक कर्मचारियों को भी व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा है.
रोजी रोटी का संकट
व्यापारियों का कहना है कि समिति के सदस्य बलपूर्वक आज प्रशासनिक कार्रवाई कार्रवाई करवा रहे हैं सीलिंग के लिए आज पहुंचे तहसीलदार के साथ समिति के सदस्य और उनके गुर्गे भी मौजूद रहे व्यापारियों ने बताया कि हाई कोर्ट में दायर की गई आज का के संबंध में जानकारी देने के बाद भी दुकानों की सीलिंग की गई है जो कि गलत है. व्यापारियों ने बताया कि इसके पूर्व एसडीएम से कोई भी नोटिस जारी नहीं की गई है बिना नोटिस जारी किए अचानक दुकानों की सीलिंग की गई है इससे उनकी रोजी-रोटी पर संकट गहरा गया है. व्यापारियों का कहना है कि अगर प्रशासनिक कार्रवाई दोषपूर्ण होती है तो वह आत्महत्या करने को मजबूर होंगे. सीलिंग के दौरान व्यापारियों ने प्रशासनिक कर्मचारियों की नियम विरुद्ध की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए आत्महत्या की चेतावनी दी है।
अधिनियम के तहत कार्रवाई
इस मामले में एसडीएम मुकेश रावटे का कहना है कि छत्तीसगढ़ भाड़ा नियंत्रण अभिकरण से मिले आदेशों के तहत यह कार्रवाई की गई है दुकानों की सीलिंग छत्तीसगढ़ भाड़ा नियंत्रण अधिनियम के तहत की गई है. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट में दायर याचिका के संबंध में व्यापारियों ने सीलिंग होने के बाद जानकारी प्रस्तुत की है.



Conclusion:
Last Updated : May 11, 2019, 5:30 PM IST
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