राजनांदगांव : अटल बिहारी वाजपई मेडिकल कॉलेज के अंतिम साल की मान्यता को लेकर अब तलवार लटकी हुई है. क्योंकि एमसीआई की टीम ने अब तक के मेडिकल कॉलेज को आखीरी साल की मान्यता नहीं दी है. अंतिम साल की मान्यता के लिए सोमवार को एमसीआई की टीम ने मेडिकल कॉलेज के अस्पताल का निरीक्षण किया. एमसीआई की टीम ने तकरीबन 2 घंटे तक निरीक्षण के दौरान अपनी रिपोर्ट तैयार की है इस रिपोर्ट के आधार पर ही मेडिकल कॉलेज के अंतिम वर्ष की मान्यता तय होगी.
इस निरीक्षण में टीम ने पाया है कि मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में कुछ उपकरणों की कमी है. इन उपकरणों की उपलब्धता को लेकर उन्होंने डीन आरएन सिंह से चर्चा भी की है. बताया जा रहा है कि एमसीआई की टीम के निरीक्षण के आधार पर ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल को अंतिम साल की मान्यता मिलेगी.
डॉक्टरों की है कमी
एमसीआई की टीम ने पाया है कि मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है. इसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं. वहीं एमसीआई की टीम ने संविदा डॉक्टरों के नियमित वेतन को लेकर भी जांच की है.