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CM अगर CAA को ध्यान से पढ़े होते तो PM को पत्र लिखने की जरूरत नहीं पड़ती: रमन

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Published : Jan 31, 2020, 9:49 AM IST

Updated : Jan 31, 2020, 10:33 AM IST

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने CAA और NRC को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखा है. जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पलटवार किया है.

Raman Singh statement on Bhupesh Baghel letter against CAA
CAA पर बोले रमन सिंह

राजनांनदगांव: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के उपाध्यक्ष रमन सिंह गुरुवार को राजनांदगांव दौरे पर रहे. जहां मीडिया से बात दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि, 'अगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को ध्यान से पढ़े होते तो उन्हें प्रधानमंत्री को पत्र लिखने की जरूरत नहीं पड़ती'.

CAA पर बोले रमन सिंह

CAA वापस लेने की मांग
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने CAA को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा था. जिसमें मुख्यमंत्री ने CAA और NRC को वापस लेने की मांग की गई थी. पत्र में सीएम ने कहा था कि, CAA का देश के हर वर्ग के लोग विरोध कर रहे हैं. इसलिए इसपर फिर से विचार करते हुए वापस लेना चाहिए.

पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में इस अधिनियम के विरुद्ध काफी विरोध प्रदर्शन देखे गये, जो कि शांतिपूर्ण रहे. इसमें प्रदेश के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए. छत्तीसगढ़ में मूलतः अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के निवासी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में गरीब, अशिक्षित एवं साधनविहीन हैं, जिसे इस अधिनियम की औपचारिकता को पूर्ण करने में कठिनाइयों का निश्चित रूप से सामना करना पड़ सकता है. संविधान के समक्ष सभी सम्प्रदाय समान होते हैं. CAA धर्म निरपेक्षता के इस संवैधानिक आधारभूत भावना को खंडित करता नजर आ रहा है.

राजनांनदगांव: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के उपाध्यक्ष रमन सिंह गुरुवार को राजनांदगांव दौरे पर रहे. जहां मीडिया से बात दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि, 'अगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को ध्यान से पढ़े होते तो उन्हें प्रधानमंत्री को पत्र लिखने की जरूरत नहीं पड़ती'.

CAA पर बोले रमन सिंह

CAA वापस लेने की मांग
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने CAA को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा था. जिसमें मुख्यमंत्री ने CAA और NRC को वापस लेने की मांग की गई थी. पत्र में सीएम ने कहा था कि, CAA का देश के हर वर्ग के लोग विरोध कर रहे हैं. इसलिए इसपर फिर से विचार करते हुए वापस लेना चाहिए.

पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में इस अधिनियम के विरुद्ध काफी विरोध प्रदर्शन देखे गये, जो कि शांतिपूर्ण रहे. इसमें प्रदेश के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए. छत्तीसगढ़ में मूलतः अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के निवासी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में गरीब, अशिक्षित एवं साधनविहीन हैं, जिसे इस अधिनियम की औपचारिकता को पूर्ण करने में कठिनाइयों का निश्चित रूप से सामना करना पड़ सकता है. संविधान के समक्ष सभी सम्प्रदाय समान होते हैं. CAA धर्म निरपेक्षता के इस संवैधानिक आधारभूत भावना को खंडित करता नजर आ रहा है.

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raman singh


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Last Updated : Jan 31, 2020, 10:33 AM IST
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