राजनांदगांव: सांकरा गांव के अवैध मुरुम खदान में बच्चों की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि मुरूम तस्कर ने अवैध रूप से खदान बना दिया है, जहां बारिश होने पर पानी भर चुका है. इसी पानी भरे खदान में 13 जुलाई को डूबने से दो बच्चों की मौत हुई थी. इस मामले में अब प्रशासन की ओर से घटना के लिए जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है.
कार्रवाई के आश्वासन पर लोगों ने खत्म किया था चक्काजाम: बीते 12-13 जुलाई को सोमनी थाना क्षेत्र के ग्राम सांकरा में अवैध मुरूम खदान में भरे पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हुई. इससे गांव में मातम पसर गया. घटना को लेकर मुरूम तस्करों को खिलाफ लोगों में गुस्सा भी दिखा. विरोध में सड़क पर उतरकर ग्रामीणों ने घंटों चक्काजाम किया. फिर प्रशासन हरकत में आया और दोषियों पर कार्रवाई की बात कहते हुए ग्रामीणों को समझाइश देकर चक्का जाम खुलवाया. ग्रामीणों ने रविवार को ग्रामसभा लेकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं प्रशासन भी से लेकर एक्शन मोड में है.
यह दुखद घटना है. इसका हमें अफसोस है. जिस समय तालाब की खोदाई की गई, उस समय हम सरपंच नहीं थे. कल प्रशासन की टीम आई थी और जांच करके गई है. तालाब की गहराई नापने पर पता चला कि वहां की गहराई लगभग 8 फीट है. तालाब गहरीकरण का काम दिनेश देशलहरे को दिया गया था. -लेखू राम टंडन, सरपंच पति व पंच
लोगों का कहना है कि अवैध मुरूम का खनन किया गया है. इस पर जांच की जा रही है. नायब तहसीलदार की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है. इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच टीम भी गठित की गई है, जिसमें माइनिंग विभाग और राजस्व विभाग दोनों संयुक्त रूप से जांच करेंगे. दोषियों के खिलाफ कलेक्टर को जांच रिपोर्ट जल्द सौंपा जाएगा. -अरुण शर्मा, एसडीएम
जिले में तस्करों द्वारा लगातार अवैध रूप से खनिज संपदा का दोहन जारी है. इसे लेकर लगातार बड़ी दुर्भाग्यजनक घटनाएं भी सामने आ रही हैं. कुछ दिनों पहले ही अवैध रेत खनन के दौरान शव भी मिला था. अब तक जिला प्रशासन इस पर लगाम लगाने में नाकाम रहा है. सांकरा की घटना को लेकर प्रशासन सख्त है और कार्रवाई के मूड में है. अब देखना होगा कि प्रशासन कब तक और क्या क्या कार्रवाई करेगा.