राजनांदगांव: अंश खंडेलवाल की मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है. लोग इंसाफ की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं. शहरवासी के साथ साथ सियासी दल के लोग भी इंसाफ की लड़ाई में कूद पड़े हैं. लोग पुलिस से मौत की गुत्थी सुलझाने की मांग कर रहे हैं.
इंसाफ के लिए कैंडल मार्च: अंश खंडेलवाल की मौत से रहस्य का पर्दा अभी तक नहीं उठा है. शहर के लोगों ने चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ पहले ही कहा था कि, अगर न्याय नहीं मिला तो वे लोग सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से निकलेंगे. उसी कड़ी में आज शहरवासियों ने इंसाफ की मांग करते हुए कैंडल मार्च निकाला. जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए. इसमें चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ कांग्रेस के नेता, परिजन और व्यापारी वर्ग के लोग शरीक हुए और पुलिस से इंसाफ की मांग की.
क्या है पूरा मामला: 28 अक्टूबर को अंश खंडेलवाल घर से लापता हुआ. उसका शव कुछ दिन बाद फरहद चौक बाइपास के पास मिला. शहर के गंज लाइन निवासी राजेश खंडेलवाल के 21 साल के बेटे अंश की हत्या का आरोप परिजन लगा रहे हैं. परिजन पुलिस पर केस को गलत दिशा में ले जाने का आरोप भी लगा चुके हैं. परिजनों के साथ चेंबर ऑफ कॉमर्स और व्यापारियों ने निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. अंश 28 अक्टूबर को ये कहकर घर से निकला कि वो अपने दोस्त के घर जा रहा है, लेकिन वो लौटा नहीं. परिजनों ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज की. 4 नवंबर को जली हुई हालत में अंश का शव मिला.
पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में: अंश की मौत अबूझ पहले बनी हुई है. पुलिस से कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है. परिजनों का धैर्य जवाब दे रहा है, क्योंकि पुलिस चुप्पी साधे हुई हैं. लिहाजा परिजनों के साथ शहर के आम जनों ने बारिश के बीच कैंडल मार्च निकाला और न्याय की मांग की. साथ ही कहा कि, अगर इंसाफ में देरी हुई तो वे लोग आगे की रणनीति पर विचार करेंगे.