ETV Bharat / state

राजनांदगांव: फ्लॉप रहा किसानों का रेल रोको आंदोलन - movement of farmers

कृषि कानून के विरोध में रेल रोको आंदोलन के तहत राजनांदगांव में भी प्रदर्शन किया गया. लेकिन यहां किसानों को सफलता नहीं मिल पाई. पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था की वजह से किसान और कांग्रेस नेता स्टेशन के अंदर तक नहीं जा सके.

rail roko movement of farmers flopped
किसानों का रेल रोको आंदोलन
author img

By

Published : Feb 18, 2021, 9:38 PM IST

राजनांदगांव: कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर राजनांदगांव में आदिवासी अंचल से आए किसान रेल रोकने के लिए पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन की तगड़ी व्यवस्था के चलते वे स्टेशन के भीतर भी नहीं घुस पाए. किसानों की संख्या बेहद कम थी. इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं के समर्थन के बावजूद भी आंदोलन करने वाले किसानों की संख्या महज सौ से डेढ़ सौ के आसपास रही.

किसानों का आंदोलन

कृषि कानून के खिलाफ देशव्यापी रेल रोको आंदोलन में राजनांदगांव जिला किसान संगठन ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश तो की, लेकिन पूरी तरीके से नाकाम रहे. पुलिस प्रशासन ने स्टेशन पर पहले से ही बैरिकेड लगा रखे थे. किसान नेता स्टेशन के अंदर घुसते इसके पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. ऐसे में भीड़ में बचे हुए किसान असहाय हो गए और गिनती के किसानों की संख्या होने के कारण रेल रोको आंदोलन पूरी तरीके से फ्लॉप हो गया.

आरंग में रेल रोको आंदोलन: कृषि कानून वापस लेने की मांग

महापौर भी हुई शामिल

रेल रोको आंदोलन में किसान संगठन के ज्यादातर पदाधिकारी शामिल हुए. लेकिन कांग्रेस नेताओं के समर्थन के बाद भी रेल रोको आंदोलन सफल नहीं हो पाया. नगर निगम की महापौर हेमा देशमुख सहित कांग्रेस के कई पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन इनकी भी संख्या नाम मात्र थी. इसके चलते आंदोलन को सफलता नहीं मिल पाई.

155 किसानों की गिरफ्तारी

रेल रोको आंदोलन में पहुंचे किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने किसान संगठन के नेता सुदेश टीकम, महापौर हेमा देशमुख, मोतीलाल सिन्हा को मौके पर बैरिकेड तोड़ने के ठीक बाद गिरफ्तार कर लिया. सीएसपी मणिशंकर चंद्रा ने बताया कि किसान आंदोलन के तहत करीब 155 किसानों की गिरफ्तारियां की गई है.

राजनांदगांव: कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर राजनांदगांव में आदिवासी अंचल से आए किसान रेल रोकने के लिए पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन की तगड़ी व्यवस्था के चलते वे स्टेशन के भीतर भी नहीं घुस पाए. किसानों की संख्या बेहद कम थी. इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं के समर्थन के बावजूद भी आंदोलन करने वाले किसानों की संख्या महज सौ से डेढ़ सौ के आसपास रही.

किसानों का आंदोलन

कृषि कानून के खिलाफ देशव्यापी रेल रोको आंदोलन में राजनांदगांव जिला किसान संगठन ने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश तो की, लेकिन पूरी तरीके से नाकाम रहे. पुलिस प्रशासन ने स्टेशन पर पहले से ही बैरिकेड लगा रखे थे. किसान नेता स्टेशन के अंदर घुसते इसके पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. ऐसे में भीड़ में बचे हुए किसान असहाय हो गए और गिनती के किसानों की संख्या होने के कारण रेल रोको आंदोलन पूरी तरीके से फ्लॉप हो गया.

आरंग में रेल रोको आंदोलन: कृषि कानून वापस लेने की मांग

महापौर भी हुई शामिल

रेल रोको आंदोलन में किसान संगठन के ज्यादातर पदाधिकारी शामिल हुए. लेकिन कांग्रेस नेताओं के समर्थन के बाद भी रेल रोको आंदोलन सफल नहीं हो पाया. नगर निगम की महापौर हेमा देशमुख सहित कांग्रेस के कई पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन इनकी भी संख्या नाम मात्र थी. इसके चलते आंदोलन को सफलता नहीं मिल पाई.

155 किसानों की गिरफ्तारी

रेल रोको आंदोलन में पहुंचे किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने किसान संगठन के नेता सुदेश टीकम, महापौर हेमा देशमुख, मोतीलाल सिन्हा को मौके पर बैरिकेड तोड़ने के ठीक बाद गिरफ्तार कर लिया. सीएसपी मणिशंकर चंद्रा ने बताया कि किसान आंदोलन के तहत करीब 155 किसानों की गिरफ्तारियां की गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.