राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा छत्तीसगढ़ जन महोत्सव समिति बनाया गया था. जिसके द्वारा विजयादशमी पर आयोजन से जिले को एक नई पहचान मिली थी, लेकिन अब यह समिति पर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं. समिति पर कार्यक्रम का व्यवसायीकरण का आरोप लगा है.
समिति के संस्थापक सदस्यों का आरोप है कि आयोजन समिति से जुड़े वर्तमान अध्यक्ष सौरभ कोठारी 'छत्तीसगढ़ जन्मोत्सव समिति' के आयोजन का व्यवसायीकरण कर रहे हैं. सदस्यों का आरोप है कि समिति को जो जन सहयोग दे रहे हैं, उन्हें पास के नाम पर गोल्डन और सिल्वर पास देकर दर्शक दीर्घा में जगह दी जा रही है, जबकि आयोजन पूरी तरह से सार्वजनिक है.
समिति के संस्थापक सदस्यों का आरोप है कि आयोजन समिति लंबे समय से जन सहयोग से मिलने वाली राशि का भी खुलासा नहीं कर रही है. इसके चलते समिति के अध्यक्ष की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं.
संस्थापक सदस्य का विरोध
आयोजन समिति के संस्थापक सदस्य रहे कमलेश सूर्यवंशी का आरोप है कि आयोजन की शुरुआत युवाओं की टोली ने की थी, जिसका बाद में पंजीयन कराया गया. इसके बाद संस्था को अलग-अलग स्थानों से सहयोग मिलता रहा, लेकिन वर्तमान अध्यक्ष सौरभ कोठारी से आयोजन के हिसाब-किताब को लेकर सवाल किए जाने पर उनके द्वारा एक-एक संस्थापक सदस्य को समिति से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
पास सिस्टम से पब्लिक परेशान
छत्तीसगढ़ी जन्मोत्सव समिति के विजयादशमी आयोजन में पास सिस्टम को लेकर के लोगों में काफी आक्रोश है. पिछले साल भी इस आयोजन में बाउंसर की तैनाती की गई थी. जिसका शहर के संभ्रांत परिवारों ने जमकर विरोध किया था. बावजूद इसके इस बार भी यही व्यवस्था समिति के लोग लागू कर रहे हैं.