राजनांदगांव: होमगार्ड (नगर सैनिक) ने मंगलवार को राज्य शासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. होमगार्ड लंबे समय से वेतन विसंगति को लेकर मांग कर रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इस बात से नाराज जिलेभर के नगर सैनिकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया. वहीं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर पुलिस आरक्षक के समकक्ष वेतन दिए जाने की मांग रखी.
नगर सैनिकों ने वेतन विसंगति और भविष्य निधि की राशि की कटौती नहीं होने को लेकर मांग रखी है. नगर सैनिकों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि 'राज्य शासन समान काम के हिसाब से समान वेतन दे, जैसा कि पंजाब दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों में दी जा रही है'.
'भविष्य को लेकर लगा प्रश्न चिन्ह'
उन्होंने कहा कि 'जो व्यवस्था इन राज्यों में लागू की गई है वह व्यवस्था छत्तीसगढ़ में भी लागू की जाए. पीएफ राशि की कटौती भी राज्य शासन नहीं कर रहा है. पीएफ की राशि की सुविधा नहीं होने से उनके भविष्य को लेकर भी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है'.
'दैनिक वेतन भोगी से भी कम वेतन'
नगर सैनिकों का कहना है कि 'पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के ड्यूटी टाइम से ज्यादा समय तक वे ड्यूटी करते हैं, लेकिन शासन उन्हें मेहनताने के रूप में दैनिक वेतनभोगी से भी कम वेतन दे रहा है. वहीं महिला कर्मचारियों को दिन रात ड्यूटी करनी पड़ रही है. इसके बाद भी राज्य शासन उनके भविष्य को लेकर चिंतित नहीं है'.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
नगर सैनिकों ने कहा है कि 'उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे'.