राजनांदगांव/खैरागढ़: करीब 20 दिनों से जिले की सीमा के आसपास मंडराने के बाद करीब 4 करोड़ टिड्डियों का दल जिले में प्रवेश कर गया है. मंगलवार शाम को टिड्डियों का यह दल मध्यप्रदेश के लांजी से होते हुए साल्हेवारा में घुसा. शाम तक पहाड़ी क्षेत्रों में मंडराने के बाद टिड्डीयों का दल वहीं ठहर गया. प्रशासन ने टिड्डियों से बचने के लिए फायर ब्रिगेड के दो वाहनों के अलावा स्पेरयर वाहनों का इंतजाम कर लिया है. बुधवार सुबह प्रशासन की टीम चौतरफा घेराबंदी कर टिड्डी दल को खत्म करने की तैयारी में है.
खैरागढ़ जिले का रुख
फसलों को देखते ही देखते चट कर जाने वाला टिड्डियों का दल मई के आखरी हफ्ते से मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के उन क्षेत्रों में मंडरा रहा था, जिसकी सीमाएं जिले से लगी हुई है. कई बार सीमा के बेहद करीब आने के बाद यह दल वापस लौट जा रहा था. साोमवार तक म ध्यप्रदेश के लांजी में तबाही मचाने के बाद मंगलवार को दोपहर में टिड्डयों के दल ने खैरागढ़ जिले का रुख किया.
पहाड़ी क्षेत्र में है जमावड़ा
शाम को कुछ देर मंडराने के बाद टिड्डियों का दल साल्हेवारा और नचनिया से लगे पहाड़ी क्षेत्र में बैठ गया. टिड्डियों का दायरा एक से डेढ़ किलोमीटर तक बताया जा रहा है. कृषि विभाग के अफसरों के मुताबिक दल में तीन से चार करोड़ टिड्डे हो सकते हैं. यह दल रात को शांत हो जाता है और सुबह होते ही हवा के रुख के हिसाब से आगे बढ़ता है.
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प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम
टिड्डी दल से बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं. विभिन्न हिस्सों में तैनात की गई स्प्रेयर वाली गाड़ियों को छुईखदान और गंडई में बुलवा लिया गया है. सुबह इन्हें साल्हेवारा की तरफ रवाना किया जाएगा. इसके अलावा नगर निगम राजनांदगांव और डोंगरगढ़ नगर पालिका की फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को भी तैयार रखा गया है. इसके साथ ही कीटनाशक का भी पर्याप्त स्टाक प्रशासन ने पहले से रखा है.
किटनाशक का किया जाएगा छिड़काव
कृषि उप संचालक गोविंद सिंह ध्रुव ने बताया कि टिड्डी दल के जिले में प्रवेश की सूचना के बाद निपटने की सभी जरूरी तैयारी कर ली है. सुबह हवा की दिशा देखकर कीटनाशक का छिड़काव किया जाएगा. फायर ब्रिगेड के अलावा स्प्रेयर वाहनों को भी तैयार रखा गया है.