राजनांदगांव: कटेंगा से पेंड्रीडीह के रास्ते में पड़ने वाले जंगल में सोमवार रात पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान घायल हुए नक्सली डेविड को पुलिस की सर्चिंग पार्टी ने मंगलवार को ढूंढ निकाला. मुठभेड़ के दौरान नक्सली डेविड घायल हुआ था. जिसकी तलाश पुलिस कर रही थी. सर्चिंग पार्टी को मौके से खून के धब्बों के निशान मिले थे. पुलिस ने दूसरे दिन खोभा गांव में अपनी सर्चिंग जारी रखी. घायल नक्सली पुलिस के सर्चिंग पार्टी को देखकर भागने लगा इस दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया. उसकी कमर पर गोली लगी है. पुलिस उसका इलाज करा रही है. फिलहाल उसके बेहतर इलाज के लिए उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल शिफ्ट किए जाने की तैयारी है.
डेविड का पकड़ा जाने को पुलिस की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है. जानकारी के अनुसार पकड़े गए नक्सली पर तीन राज्यों की पुलिस ने अलग-अलग इनाम घोषित किया था. तीन राज्यों की पुलिस को नक्सली डेविड की तलाश थी. उस पर संयुक्त रूप से 30 लाख रुपए का इनाम रखा गया था. आईटीबीपी और जिला पुलिस बल को सूचना मिली थी कि इलाके में नक्सलियों की हलचल है. जवान जब मौके पर पहुंचे तो 8 से 10 नक्सली मौजूद थे. पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. करीबन 7 से 10 मिनट तक चले मुठभेड़ में पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली मौके से फरार हो गए. इसके बाद पुलिस की सर्चिंग शुरू की थी.
हथियार और एंबुश बनाने के सामान बरामद
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पूरे इलाके की सर्चिंग की इस दौरान नक्सलियों के हथियार मिले. पुलिस का मानना है कि करीब 8 से 10 नक्सली मौके पर मौजूद थे. एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि मौके से मिले सामान को पुलिस ने जब्त कर लिया है. ज्यादातर हथियार और एंबुश बनाने के सामान मिले हैं. उन्होंने बताया कि मौके पर नक्सलियों के खून के धब्बे भी मिले जिसके आधार पर पुलिस की सर्चिंग पार्टी खोभा गांव पहुंची थी. पुलिस को देखकर घायल नक्सली डेविड भागने की कोशिश कर रहा था. पुलिस जवान उमाशंकर लहरिया और जितेंद्र कुमार ने उसे दौड़ाकर पकड़ा है.
पढ़ें: EXCLUSIVE: झीरम कांड में बस्तर पुलिस के FIR के बाद कोर्ट पहुंची NIA
कौन है डेविड ?
दर्रेकसा दलम का प्लाटून कमांडर और डीवीसी मेंबर डेविड की गिनती खूंखार नक्सलियों में आती है. डेविड गढ़चिरौली के सांवली थाना कोर्ची का रहने वाला है, जो कि नक्सलियों के नए एमएमसी जॉन के प्लाटून नंबर वन का कमांडर और डीवीसी मेंबर है. पुलिस डेविड की लंबे समय से तलाश रही थी. साल्हेकसा दर्रेकसा दलम में बीते साल मारे गए सात नक्सलियों के बाद डेविड राजनांदगांव पुलिस के निशाने पर था. डेविड पर राजनांदगांव, गढ़चिरौली, गोंदिया, बालाघाट जिले में हत्या, पुलिस पार्टी पर हमला करने जैसे कई संगीन अपराध दर्ज हैं.
प्लाटून मूव कराना डेविड का प्रमुख काम
डेविड प्लाटून नंबर 1 का कमांडर है. लेकिन पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद डेविड हर बार नक्सलियों के मूवमेंट को नॉर्थ से साउथ और साउथ से नार्थ करने का काम करता आ रहा था. पुलिस जब भी पड़ोसी राज्यों के साथ संयुक्त रूप से नक्सलियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चला रही है. डेविड ऑपरेशन की हवा निकालने में मुख्य भूमिका निभाता रहा है. डेविड लंबे समय से पुलिस की हिट लिस्ट में रहा है.
ये सामान हुए बरामद
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि घायल नक्सली के पास से एक एके-47, उसके 3 मैगजीन और 54 कारतूस, एक पिस्तौल, उसके दो मैगजीन और 13 कारतूस के साथ एक वॉकी-टॉकी और मेडिकल सामान सहित 772 रुपये जब्त किए गए हैं.