राजनांदगांव: शहर से तकरीबन 8 किलोमीटर दूर ठाकुर टोला स्थित अशोका हाईवेज के टोल नाके के मैनेजर रंजन कुमार सिंह ने कलेक्टर और एसपी तक की नहीं सुनी. 11 जनवरी को हुए चक्काजाम के बाद जिला और पुलिस प्रशासन ने अशोका हाईवेज के मैनेजर रंजन कुमार सिंह को चर्चा के लिए बुलाया था, लेकिन प्रशासन के आमंत्रण को सिंह ने एक सिरे से ही नकार दिया. इसके चलते आज गुस्साए शहरवासियों ने टोल नाके में पहुंचकर जबरदस्त तोड़फोड़ की. मौके पर 6 गेटों को पूरी तरीके से तोड़ दिया गया है. तोड़फोड़ में टीआई आशीर्वाद रहटगांवकर को चोट लगी है.
बता दें कि ठाकुर टोला स्थित टोल प्लाजा को शहर से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर स्थापित किया जाना था, लेकिन कंपनी ने अपनी मनमानी करते हुए इसे शहर से 8 किलोमीटर दूर भी बनाया. शहरवासियों के विरोध के बाद कंपनी ने सीजी 08 पासिंग वाली गाड़ियों को पूरी तरीके से टैक्समुक्त कर दिया था, लेकिन अब फास्ट्रेक की अनिवार्यता के चलते फिर से सीजी 08 पासिंग वाली गाड़ियों से टोल टैक्स वसूला जा रहा है. शहरवासी इसका विरोध कर रहे हैं. 11 जनवरी को नाके पर सीजी 08 पासिंग की गाड़ियों से टोल टैक्स लेने के विरोध में शहरवासियों ने टोल हटाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में चक्काजाम किया था.
टोल प्लाजा में जबरदस्त तोड़फोड़
पुलिस प्रशासन ने इस चक्काजाम को शांत कराते हुए शहरवासियों और कंपनी के बीच मध्यस्था को लेकर कंपनी के संचालकों को 2 दिन का अवसर दिया था, लेकिन अशोका हाईवे कंपनी के मैनेजर रंजन कुमार सिंह ने प्रशासन की व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए अब तक कोई पहल नहीं किया. बल्कि टोल प्लाजा पर मनमानी करते हुए दूसरे दिन से ही फिर सीजी 08 की गाड़ियों से टोल टैक्स वसूलना शुरू कर दिया. इस बात से गुस्साए शहर के लोगों ने गुरुवार दोपहर बड़ी संख्या में पहुंचकर टोल प्लाजा में जबरदस्त तोड़फोड़ की, जिसमें से प्लाजा के 6 गेटों को तोड़ दिया गया.
टोल प्लाजा को हुआ 20 लाख का नुकसान
वहीं टोल प्लाजा में लगे सेंसर कैमरे और कंप्यूटर को पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया. विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा था. पुलिस भी भीड़ को संभालने में लगभग असफल रही. मौके पर टोल प्लाजा कंपनी को तकरीबन 20 लाख रुपए के आसपास का नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कंपनी के लगाए गए कैमरे और केबिन सहित अन्य आधुनिक उपकरणों को जबरदस्त नुकसान पहुंची है.
नहीं निकला है कोई हल
टोल प्लाजा पर सीजी 08 पासिंग को फ्री किए जाने के मामले में अब तक कोई हल नहीं निकला है, हालांकि इस मामले को लेकर के शहरवासियों ने टोल प्लाजा में पहले चक्काजाम किया, फिर आज तोड़फोड़ की, लेकिन इसके बाद भी कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले से दूर रहे. मौके पर पुलिस प्रशासन सहित जिला प्रशासन के अफसर लगातार कंपनी के अधिकारियों से संपर्क करते रहे, लेकिन कंपनी के अधिकारियों ने प्रशासन की भी एक नहीं सुनी और मौके पर कोई नहीं पहुंचा.
वैकल्पिक मार्ग पर भी संशय
बता दें कि मौके पर कांग्रेसी नेताओं की बड़ी फौज भी मौजूद रही, जिसमें महापौर हेमा देशमुख ने प्रशासन से चर्चा की इसके बाद टोल प्लाजा के बाई ओर वैकल्पिक मार्ग बनाने को लेकर के सहमति बनी है, लेकिन इस मामले को लेकर के अब भी कई तरीके के दांवपेच फंसे हुए हैं.
असामाजिक तत्वों ने की तोड़फोड़
मामले में एएसपी यूबीएस चौहान का कहना है कि 'टोल प्लाजा पर असामाजिक तत्वों ने भीड़ का फायदा उठाकर तोड़फोड़ की है. इस मामले को लेकर के पुलिस जल्द ही कार्रवाई करेगी.