राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ सरकार ने डोंगरगढ़ विकासखंड के रेंगाकठेरा ग्राम पंचायत 10 ग्राम पंचायतों में कुल 405.02 हेक्टेयर जमीन निस्तारी के लिए आवंटित की गई थी, लेकिन सरकारी जमीन पर अब केंद्र सरकार परियोजना लगाने की तैयारी में है. इस योजना के विरोध में जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.
दरअसल, ग्राम पंचायतों की जमीन पर 250 मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाया जाना है. इसके लिए प्राथमिक DPR बनाने का कार्य जारी है. सर्वे के दौरान रेंगाकठेरा ग्राम पंचायत में खसरा नंबर 940 की जमीन को चिन्हांकित किया गया, जिसमें मां गढ़माता मंदिर विराजमान है. जहां पर साल में दो बार नवरात्रि मेला लगता है. मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जो मां गढ़माता मंदिर में दर्शन कर अपनी मन्नत मांगते हैं.
ऊर्जा विभाग पर जमीन अधिकृत करने का आरोप
बता दें, 8 साल पहले मंदिर प्रांगण में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह आए थे, जिन्होंने पहाड़ी पर लाखों पौधे लगवाए थे. जो अब हरे-भरे छायादार पेड़ों में बदल गया है. पहाड़ी एक प्रकृति सौंदर्य के रूप में पर्यटन स्थल बन गया है, लेकिन ऊर्जा विभाग ने जमीन को अधिकृत कर लिया है, जिससे ग्रामवासियों और श्रद्धालुओं की आस्था को लेकर ठेस पहुंची है.
उर्जा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने की तैयारी में ग्रामीण
रेंगाकठेरा ग्राम पंचायत के लोगों का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्र में मात्र एक ही चारागाह है. जहां ग्रामीण मवेशियों को चराने ले जाते हैं, लेकिन अब मवेशियों के चारा को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत में इसके विरोध में प्रस्ताव पारित किया जा चुका है. अगर हमारी मांगें पूरी नहीं होती, तो हजारों ग्रामीण एकत्रित होकर धरना-प्रदर्शन करेंगे.