खैरागढ़/राजनांदगांव: कोरोना काल में सितंबर माह खैरागढ़ ब्लॉक के लिए महंगा साबित हुआ है. अकेले एक माह में ही ब्लॉक में कोरोना संक्रमितों की संख्या में पिछले 3 माह के मुकाबले 5 गुना बढ़ोतरी हुई है. सितंबर माह में रोजाना शहर सहित ग्रामीण इलाकों से मरीज मिलते रहे हैं, इस वजह से आंकड़ों में इजाफा होता गया है. शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में संक्रमित सामने आए हैं. जून,जुलाई-अगस्त में ब्लॉक में कुल 56 मरीज आए थे.
30 सितंबर को कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 318 पहुंच गया. सितंबर माह में ही ब्लॉक में 265 संक्रमित मिले हैं,अक्टूबर में भी लोगों की लापरवाही की वजह से आकंड़ों के बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. इसका सबसे बडी वजह थोड़ी सी भी सर्दी, खांसी, बुखार की समस्या होने पर लोगों का घर पर ही इलाज कराना बताया जा रहा है. इस वजह से उनका कोरोना टेस्ट नहीं हो पाता और संक्रमण फैलने लगता है. शहर से ग्रामीण इलाकों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ, तो दूसरी ओर शहर में संक्रमण से वरिष्ठ अधिवक्ता की भी मौत हुई.
76 लोगों का इलाज जारी
अब तक मिले 318 मरीज में से शहर से 147 और ग्रामीण क्षेत्रों के 171 मरीज शामिल हैं. खैरागढ़ में कोविड सेंटर बनाने से बड़ा फायदा हुआ है, यहां बेहतर व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं की वजह से मरीजों का बेहतर इलाज हो सका है.अब तक मिले 318 मरीजों में 242 स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं. जबकि कुल 76 संक्रमित मरीजों का इलाज जारी है. इसमें कोविड केयर सेंटर में 31, होम आइसोलेशन में 26, मेडिकल कॉलेज में 2 सहित अन्य जगह से रेफर किए गए 7 और दूसरी ब्लॉक के 10 मरीज शामिल हैं.
सावधानी ही बचाव
बीएमओ डॉ विवेक ने बताया कि अनलॉक के कारण लोगों ने कोरोना को खत्म मान लिया है. बाजार खुल रहे हैं, ऐसे में लापरवाही भी लगातार बढ़ रही है. संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए गाइडलाइन का पालन और मास्क का उपयोग ही एकमात्र बचाव है. इसे अपनाना जरूरी है.