राजनांदगांव: डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत घोरदा के पंचायत प्रतिनिधियों ने एक अनोखी पहल की है. सरपंच सहित पंचायत प्रतिनिधियों ने गांव की बेटियों को उच्च शिक्षा में आने वाली दिक्कतों और शादी के दौरान होने वाली आर्थिक समस्याओं से निजात दिलाने के लिए गांव की बेटियों के नाम 3200 रुपए का फिक्स डिपॉजिट करने का फैसला लिया है. पंचायत प्रतिनिधियों के इस पहल से गांव की बेटियों को उच्च शिक्षा लेने और शादी के दौरान परिवार के सामने आनेवाली आर्थिक दिक्कतों का सामना करने में मदद मिलेगी.
ग्राम पंचायत घोरदा के पंच संजय भट्टाचार्य ने इस पहल को पूरे गांव में लागू करने का प्रस्ताव सरपंच के सामने रखा था, जिस पर सरपंच मालती साहू ने सभी पंचों की राय ली और पंचायत ने इस फैसले को सर्वोपरि मानते हुए इस पर अमल करने का प्रस्ताव भी पास कर दिया.
अपने पैरों पर खड़ी होगी गांव की बेटियां
ग्रामसभा में प्रस्ताव पास होने के बाद सबसे बड़ा सवाल था कि आखिर एफडी कराने के लिए राशि कहां से आएगी इसके लिए पंचायत परिवार के सदस्यों ने अपने मानदेय से 2500 रुपए देने पर सहमति जताई. इसके बाद गांव की गरीबी उन्मूलन समिति ने 500 रुपए, महिलाओं की समिति ने 100 रुपए और कोटवार ने भी 100 रुपए की रकम देने पर अपनी सहमति जाहिर की है. इस तरीके से 3200 रुपए पंचायत के पास इकट्ठा हो गई अब इस रकम की एफडी की जाएगी, ताकि बेटियों को उनके पैरों पर खड़ा किया जा सके.
उच्च शिक्षा को लेकर की गई पहल
गांव की सरपंच मालती साहू का कहना है कि गांव की बेटियों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए यह पहल की गई है. विशेष ग्रामसभा के दौरान पंच संजय भट्टाचार्य का प्रस्ताव आने के बाद सभी ने इस पर अपनी सहमति दी और गांव की बेटियों को शादी के समय आने वाली आर्थिक तंगी और उनकी उच्च शिक्षा के दौरान आने वाले खर्चों को लेकर चिंता जाहिर की गई थी. इस पर बेटियों के जन्म से ही 3200 रुपए की एफडी तैयार कर उनके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पहल की गई है.
महिला सशक्तिकरण के लिए पहल
इस पहल को लेकर समाज सेविका प्रीति वैष्णव का कहना है कि ग्राम पंचायत की यह पहल दूरगामी परिणाम देगी. बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए पंचायत ने पहले से ही इंतजाम कर रखा है. इस कदम से महिलाएं सशक्त होगी और महिला सशक्तिकरण के लिए यह बड़ी पहल है. इसे पूरे जिले के ग्राम पंचायतों में लागू किया जाना चाहिए, ताकि बेटियों के लिए सबसे मजबूत कदम हो सके.
बेटियों को अपने भविष्य को लेकर नहीं रहेगी चिंता
वहीं पंच संजय भट्टाचार्य का कहना है कि हमारे पंचायत में इसे लागू किया गया है. अगर जिले के हर पंचायत में इसे लागू कर दिया जाए तो जिले की बेटियों को अपने भविष्य को लेकर चिंता नहीं रहेगी. भविष्य को लेकर पंचायत गारंटी के साथ काम कर उनका भविष्य सुरक्षित करेगी.